अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए का लगातार अवमूल्यन हो रहा है. बार – बार गिरावट के रिकॉर्ड तोड़ रहा रुपया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भाजपाई सरकार की किरकिरी का कारण बन रहा है. लेकिन शुक्रवार का दिन केंद्र सरकार के लिए थोड़ा राहत भरा रहा क्योंकि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत में 22 पैसों का सुधार देखने को मिला. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 22 पैसे चढ़कर 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट से निवेशकों की धारणा को समर्थन मिला जिससे रुपए को मजबूती मिली.
मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.31 पर मजबूती के साथ खुला. सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले 86.16 के उच्च तथा 86.36 के निचले स्तर पर पहुंचा. अंत में यह 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की बढ़त है. बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे की गिरावट के साथ 86.44 पर रहा था.
ये है जानकारों की राय
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कमजोर कीमतों ने भी रुपए को समर्थन दिया, जबकि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की निरंतर निकासी ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला. कारोबारियों ने कहा कि आगामी केंद्रीय बजट बाजार की धारणा और रुपए की दिशा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.31 पर मजबूती के साथ खुला. सत्र के दौरान डॉलर के मुकाबले 86.16 के उच्च तथा 86.36 के निचले स्तर पर पहुंचा. अंत में यह 86.22 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो डॉलर के मुकाबले 22 पैसे की बढ़त है. बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले नौ पैसे की गिरावट के साथ 86.44 पर रहा था. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.44 पर रहा.