मुंबई. खौलते समुद्र में अस्थि विसर्जन का प्रयास मुंबई के दो निवासियों के लिए जानलेवा सिद्ध हुआ. जबकि इसी दौरान तेज लहरों की चपेट में फंसे एक व्यक्ति को पुलिस ने स्थानीय मछुआरों की मदद से बचा लिया.
मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण मुंबई के वर्ली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले डेलिस्ले रोड निवासी महिला का शुक्रवार को निधन हो गया था. मृतका की अस्थियोंके विसर्जन के लिए उनके 51वर्षीय पुत्र संतोष विश्वेश्वर, अपने कुछ रिश्तेदारों एवं पारिवारिक मित्रों के साथ शनिवार की शाम 3.45 के करीब हाजी अली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले लोटस जेट्टी पर गए थे. उस दौरान समुद्र की स्थिति खराब होने के कारण सुरक्षा के लिए वहां तैनात कर्मचारी ने संतोष और उनके साथ गए लोगों को समुद्र में न जाने कि सलाह दी. लेकिन सलाह की अनदेखी करते हुए संतोष और सभी लोग आगे बढ़ गए.
बचाने के प्रयास में डूबे
बताया जा रहा है कि उफान मारती लहरों में अपनी मां की अस्थियों को विसर्जित करने के दौरान संतोष का संतुलन बिगड़ गया और वह पानी में डूबने लगे. इस दौरान उनके साथ गए 45 वर्षीय कुणाल कोकाटे भी संतोष को बचाने के लिए पानी में उतर गए. लेकिन इस प्रयास में कुणाल भी लहरों की चपेट में आ गए. संतोष और कुणाल को डूबता देख कर पानी में कूदे उनके 58 वर्षीय साथी संजय सरबणकर की भी जान पर बन आई.
पुलिस ने तीनों को पानी से निकाला
तीन लोगों के पानी में डूबने की सूचना मिलते ही ताड़देव पुलिस थाने की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने लहरों में जूझ रहे संतोष, कुणाल और संजय को स्थानीय मछुआरों की मदद से पानी से बाहर निकाल कर नायर अस्पताल पहुंचाया. लेकिन जांच के बाद डॉक्टरों ने संतोष कर कुणाल को मृत घोषित कर दिया. तो वहीं संजय की हालत स्थिर बताई जा रही है.
संजय को मिला रस्सी का सहारा
लोटस जेट्टी के पास समुद्र में अस्थि विसर्जन की सुविधा मनपा प्रशासन ने कर रखी है. लेकिन वह क्षेत्र संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है. इसलिए लोटस जेट्टी के पास एक पुलिस चौकी भी बनाई गई है. हालांकि इन तमाम इंतजामों और चेतावनियों के बाद भी लोग समुद्र में जाने का दुस्साहस दिखाते हैं और अपनी जान खतरे में डालते हैं. मीडिया रिपोर्टों की माने शनिवार की शाम हाइटाईड के कारण समुद्र उफान मार रहा था. लेकिन संतोष व उनके साथ गए लोग फिर भी अस्थि विसर्जन के लिए पानी में गए. बताया जा रहा है दुर्घटना के दौरान जीएसटी विभाग के कर्मचारी संजय के हाथ में चमत्कारिक रूप से एक रस्सी आ गई और वह उसी को पकड़ कर मौत को मात देने में सफल हुए.
मनपा ने पहले ही दी थी चेतावनी
मुंबई मनपा के आपदा प्रबंधन विभाग ने पहले ही 24 से 28 जून तक अरब सागर में स्थिति खराब रहने की चेतावनी जारी की थी और लोगों से समुद्र से दूर रहने को कहा था.
