मुंबई. सेक्सटॉर्शन रैकेट में शामिल साइबर अपराधियों की प्रताड़ना से छुटकारा पाने के लिए एक शिक्षक को अपनी जान गंवानी पड़ी. उक्त बेगुनाह शिक्षक ने बदनामी और ब्लैकमेलरों के डर से शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी समुद्री पुल से समुद्र में कूदकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.
मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 9 बजे के करीब चिरनेर मार्ग से अटल सेतु पर दाखिल हुई एक कार करीब 9 किलोमीटर चलने के बाद पुल पर अचानक रुक गई. सीसीटीवी कैमरों से पुल की निगरानी कर रहे कर्मचारी कुछ समझ पाते और कोई कदम उठाते, उससे पहले कार का चालक कार से बाहर निकल कर पुल से पानी में कूद गया. सूचना मिलने के बाद उसे ढूंढने की कोशिश की गई लेकिन उफान मारते समुद्र की लहरों में उसका कुछ पता नहीं चल सका.
कार से मिला सुराग
कार की मदद से जांच करते हुए पुलिस अलीबाग स्थित कुर्दूस गांव पहुंच गई. वहां सीसीटीवी फुटेज से समुद्र में कूदनेवाले शख्स की पहचान करने में पुलिस सफल हुई, जो कि पेशे से प्राथमिक स्कूल में शिक्षक था. परिजनों ने पुलिस को बताया कि शिक्षक सुबह 7 बजे के करीब किसी से कुछ कहे बगैर घर से निकला था. उसने अपना मोबाइल फोन भी घर में ही छोड़ दिया था. इसलिए काफी देर घर नहीं लौटने के बाद भी परिजन उससे संपर्क नहीं कर पाए.
अज्ञात वीडियो कॉल से तबाह हुई जिंदगी
मृतक के परिजनों ने बताया कि मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से आए वीडियो कॉल की वजह से शिक्षक सेक्सटॉर्शन गिरोह के जाल में फंस गया था. छेड़छाड़ करके बनाई गई आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी देकर शिक्षक को आरोपी ब्लैक मेल कर रहे थे. शिक्षक ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से उन्हे पैसे भी दिए थे. लेकिन ब्लैकमेलरों की मांग खत्म ही नहीं हो रही थी. उनके पास पीड़ित को जानने वाले लोगो की पूरी लिस्ट मोबाइल नंबर के साथ उपलब्ध थी.