मुंबई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली महाराष्ट्र की महायुति सरकार का पहला बजट सत्र शुरू कल से शरू होगा. इस बजट सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है. विपक्ष इसमें राज्य सरकार को किसानों, संतोष देशमुख मर्डर केस, स्वारगेट रेप कांड, मंत्री धनंजय देशमुख के इस्तीफे, कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे की बर्खास्तगी सहित विभिन्न मुद्दों पर घेरने का प्रयास कर सकता है. ऐसे संकेत बजट सत्र की पूर्व संध्या पर दी गई सरकार की चाय पार्टी का परंपरागत रूप से बहिष्कार करके विपक्ष दे दिया है.
विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी की रविवार को एक अहम संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. इसमें शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के नेता अंबादास दानवे, आदित्य ठाकरे. शरद पवार की एनसीपी के नेता जितेंद्र आव्हाड एवं कांग्रेस से भाई जगताप शामिल हुए. इस अवसर पर बोलते हुए अंबादास दानवे ने महायुति सरकार पर जमकर निशाना साधा. विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने बीड जिले के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख मर्डर मामले में सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में एक आरोपी कृष्णा आंधले को पुलिस तीन महीने से ज्यादा वक्त बीतने के बाद भी गिरफ्तार नहीं पाई है. तो वहीं मुख्य आरोपी वाल्मीकि कराड को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा एवं यौन अपराध की घटनाएं बढ़ गई हैं. मालाड, बदलापुर, अमरावती में भी घटनाएं हुई है. लेकिन सरकार इस बारे में गंभीर नहीं है. दानवे ने हैरानी जताते हुए कहा कि राज्य के गडचिरोली और वर्धा जिले में शराब पर प्रतिबंध होने के बावजूद भी प्रतिबंध को लेकर 7000 मामले दर्ज किए गए हैं. कृषि विभाग में महाघोटाला हुआ है. भ्रष्टाचार की आशंका के कारण स्वास्थ्य विभाग का टेंडर रोक दिया गया है. 1310 बसों के लिए जारी किया गया एसटी टेंडर भी स्थगित कर दिया गया है. ऐसा कहते हुए उन्होंने सवाल किया कि सरकार किस दिशा में जा रही है?
मुख्यमंत्री विपक्ष से संवाद नहीं करते. उनके चेहरे पर सत्ता का अहंकार साफ झलकता है. महाराष्ट्र की एक राजनीतिक संस्कृति है और वह बदलती जा रही है. इसलिए हम तब तक सरकार की पार्टी के साथ नहीं बैठ सकते जब तक विपक्ष को वह सम्मान नहीं दिया जाता, जिसके वे हकदार हैं.
-जीतेंद्र आव्हाड, नेता व विधायक- राकां शरदचंद्र पवार
ओएसडी की नियुक्ति, पालकमंत्री पद को लेकर सरकार में अभी भी विवाद जारी है. आज प्रदेश में स्थिति ऐसी है कि अगर आप अपराध करो, भ्रष्टाचार करो, अपमानजनक बातें करो, आपको तुरंत बड़ा पद मिल जाएगा. देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र को कहां पहुंचा दिया है?
-भाई जगताप, विधायक व नेता- कांग्रेस
विपक्ष के नेता पर सस्पेंस होगा समाप्त!
तो वहीं विपक्ष की ओर से की जा रही विरोधी पक्ष के नेता पद की मांग को सरकार स्वीकार करती है या नहीं, इसका जवाब बजट सत्र में मिलेगा. क्योंकि विपक्ष के नेता के लिए जो तय पैमाना है उसके अनुसार जरूरी 28 विधायक विपक्षी गठबंधन में शामिल किसी भी राजनीतिक पार्टी के पास नहीं है. फिर भी विपक्ष में सबसे ज्यादा विधायकों वाली पार्टी होने की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) पार्टी ने विपक्ष के नेता पद पर दावा ठोंका है. हालांकि यूबीटी में भी विपक्ष के नेता पद पर घमासान दिखाई दे रहा है. पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता भास्कर जाधव को विपक्ष का नेता बनाए जाने की चर्चा चल रही थी. लेकिन मातोश्री पर हुई बैठक में पार्टी के विधायकों ने जाधव के नाम का विरोध करते हुए आदित्य ठाकरे को विपक्ष का नेता बनाने का सुझाव दिया है.