6 महीने से फरार था हत्यारा
मुंबई. ‘बंगाली बाबू’ के नाम से लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, आज भी मुंबई सहित पूरे देश में फैंस के दिलों पर राज करते हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल में एक और मिथुन चक्रवर्ती था, जो कि मालदा जिले का निवासी था. बुकी का काम करनेवाले उक्त मिथुन चक्रवर्ती की करीब 6 महीने पहले हत्या कर दी गई थी. उस मामले में वांछित एक हत्यारे को मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की यूनिट 1 ने शनिवार को बांद्रा-पूर्व स्थित खेरवाड़ी इलाके से गिरफ्तार किया है.
मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी दत्ता नलावडे ने बताया कि यूनिट 1 की टीम को खेरवाड़ी के गणेश मंदिर रोड इलाके में एक संदिग्ध अपराधी के रहने की जानकारी मिली थी. डीसीपी नलावडे व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र कांबले के मार्गदर्शन में उक्त संदिग्ध के बारे में गुप्त रूप से पुख्ता जानकारी जुटाने के बाद यूनिट 1 की टीम ने 34 वर्षीय आरोपी रबिबुल मिया उर्फ बाबू को शनिवार को हिरासत में लिया. मालदा जिले के नालगोला पुलिस थाने अंतर्गत मोहम्मदपुर गांव का निवासी बाबू डकैती और हत्या का आरोपी निकला. यूनिट 1 के पीआई रविंद्र मांजरे, एपीआई जितेंद्र शेंडगे, सिपाही विनोद भादले, दीपक खेडकर एवं धर्मेंद्र जुवटकर की टीम को बाबू ने पूछताछ में बताया कि 14 अक्टूबर 2024 को बंसीहारी पुलिस थाने की हद में मिथुन चक्रवर्ती नामक एक क्षेत्रीय बुकी की कत्ल हो गया था. उस मामले में पुलिस ने उसे व 4 अन्य लोगों को आरोपी बनाया है. उस मामले में पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन कोलकाता हाई कोर्ट से एंटीसिपेटरी बेल रिजेक्ट होने के बाद वह फरार हो गया था. उस मामले में दो और आरोपी भी फरार हैं.
जनवरी से खेरवाड़ी में रह रहा था बाबू
पुलिस के अनुसार, बाबू 1 जनवरी 2025 से खेरवाड़ी स्थित गणेश मंदिर रोड इलाके में रह रहा था. उससे पहले वह लगभग दो महीने तक लोनावला क्षेत्र स्थित एक निर्माणाधीन इमारत में मजदूर के रूप में छिपा रहा था. फिलहाल यूनिट एक से मिली सूचना के बाद पश्चिम बंगाल की मालदा पुलिस बाबू को हिरासत में लेने के लिए मुंबई रवाना हो चुकी है.
दो दिन में दूसरा हत्यारोपी गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल में हत्या जैसे संगीन अपराधों में वांछित अपराधियों की मुंबई में गिरफ्तारी का यह दो दिनों में दूसरा मामला है. कोलकाता में नाजायज संबंधों की वजह से करीब दो महीने किए गए कत्ल के मामले में एक वांछित आरोपी को मानपाड़ा पुलिस ने करीब दो दिन पहले डोंबिवली इलाके से गिरफ्तार किया था. 36 वर्षीय सिराजुद्दीन अहमद शाह उर्फ कैप्टन नामक डोंबिवली के पिसवली गांव की समता नगर क्षेत्र स्थित झोपड़पट्टी में रहता था तथा एमआईडीसी में मजदूरी करता था.
संदिग्ध बंगाली किराएदारों की शिनाख्त जरूरी
इन गिरफ्तारियों की वजह से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या मुंबई, पश्चिम बंगाल के अपराधियों के लिए सुरक्षित शरणगाह बन गई है? पुलिस द्वारा बार-बार चेतावनी जारी किए जाने के बाद भी झोपड़पट्टियों में किराए पर रहने वाले खासकर संदिग्ध नागरिकता वाले बंगाली किराएदारों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया जाना सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकता है. क्योंकि इनमें बड़ी संख्या में कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल हो सकते हैं.