मुंबई. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों के नृशंस हमले में 27 पर्यटकों की मौत हो गई. मृतकों में 6 पर्यटक महाराष्ट्र के
भी शामिल हैं. महाराष्ट्र के मृतक पर्यटकों के नाम दिलीप डिसले और अतुल मोने बताए जा रहे हैं. तो वहीं इस हमले में माणिक पटेल और एस. भालचंद्र नामक महाराष्ट्र के दो पर्यटक घायल भी हुए हैं. इनमें से एक पनवेल का निवासी है. घायलों में एक पर्यटक को तीन गोली लगने की जानकारी सामने आई है. फिलहाल दोनों घायलों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
मुख्यमंत्री फडणवीस की है हालात पर नजर
घटना के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर जारी संदेश में सीएम देवेंद्र फडणवीस ने लिखा है कि मैं पहलगाम में हुए कायराना आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं.जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है. शोक संतप्त परिवारों के साथ हम पूरी दृढ़ता के साथ खड़े हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. हम जम्मू-कश्मीर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं. कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर विजय कुमार बिदारी से बात की और विस्तृत जानकारी ली है. अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के दो पर्यटकों दिलीप डिसले और अतुल मोने की मौत हो गई है. जबकि महाराष्ट्र के 2 लोग घायल हुए हैं. इनमें से एक हैं पनवेल के माणिक पटेल और दूसरे हैं एस. भालचंद्र राव. दोनों की हालत स्थिर है.
राज्य से पहलगाम गए पर्यटकों की सूची
दिलीप डिसले – महाराष्ट्र
अतुल मोने – महाराष्ट्र
माणिक पटेल – पनवेल
एस. भालचंद्र – महाराष्ट्र
असावरी जगदाले – महाराष्ट्र
प्रगति जगदाले – महाराष्ट्र
संतोष जगदाले – महाराष्ट्र
कौस्तुभ गबोटे – महाराष्ट्र
संगीता गबोटे – पुणे

रूपाली चाकणकर भी कश्मीर में
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की पार्टी की नेता रूपाली चाकणकर भी इस दौरान कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में मौजूद हैं. मंगलवार के आतंकी हमले के बाद चाकणकर ने एक वीडियो संदेश साझा करके अपने कश्मीर में सुरक्षित होने की जानकारी दी. चाकणकर ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ कश्मीर में आई हैं. उनका परिवार सोमवार को उसी जगह मौजूद था, जहां मंगलवार को हमला हुआ है. उन्होंने ये भी कहा कि उनके अलावा पुणे, महाराष्ट्र और देश के दूसरे राज्यों के कई पर्यटक कश्मीर में मौजूद हैं. मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बाद सभी डरे हुए हैं. उन्होंने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से सभी पर्यटकों को जल्द से जल्द कश्मीर से सुरक्षित बाहर निकालने की गुहार लगाई है.