मुंबई. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र अब केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए भी एक अहम केंद्र बन गया है और यह भविष्य के उद्योगों और नवाचार के लिए तैयार है. वह बैंक ऑफ अमेरिका के मुंबई स्थित होटल ताज पैलेस में आयोजित ‘2025 इंडिया कॉन्फ्रेंस: एक्सेलेरेटिंग ग्रोथ – महाराष्ट्र @ वन ट्रिलियन’ कार्यक्रम में बोल रहे थे.
मेक इन इंडिया का महाराष्ट्र को सबसे अधिक लाभ
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “मेक इन इंडिया” नीति का सबसे अधिक लाभ महाराष्ट्र को हुआ है. हाल ही में सफल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने देश की रक्षा उत्पादन क्षमता का प्रदर्शन किया है. हालांकि उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में रक्षा उद्योग के क्लस्टर हैं, लेकिन असली रक्षा उत्पादन का केंद्र महाराष्ट्र ही है.
डेटा सेंटर और फिनटेक का हब
देश की लगभग 60% डेटा सेंटर क्षमता महाराष्ट्र में है. मुंबई पहले ही भारत की फिनटेक राजधानी बन चुकी है और स्टार्टअप के लिए भी एक अहम केंद्र है.
भारत पर वैश्विक निवेशकों की नजर
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विश्वभर में निवेशक ऐसे सुरक्षित स्थान खोज रहे हैं जो वैश्विक सप्लाई चेन में अहम भूमिका निभा सकें और भारत, विशेषकर महाराष्ट्र, इसके लिए पूरी तरह तैयार है.
दावोस में 16 लाख करोड़ रुपए से अधिक की निवेश संधियां
महाराष्ट्र ने दावोस आर्थिक मंच के दौरान 16 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश आकर्षित किया. इसका बड़ा हिस्सा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में है, जो कि “मेक इन इंडिया” का सीधा परिणाम है.
‘चौथी मुंबई’ की संकल्पना
मुंबई के सीमित विस्तार को देखते हुए “चौथी मुंबई” की योजना महत्वपूर्ण है.
अटल सेतु (22 किमी लंबा समुद्री पुल) ने मुंबई-नवी मुंबई को जोड़ा है.
नया अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अगस्त से चालू होगा.
इस क्षेत्र में तीन गुना बड़ा नया शहर विकसित होगा, जिसमें विभिन्न थीम आधारित क्षेत्र होंगे:
एजु-सिटी (10 अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय)
स्पोर्ट्स सिटी
मेडिसिन सिटी
नॉलेज सिटी
इनोवेशन सिटी
वधावन बंदरगाह के पास नया शहर
‘चौथी मुंबई’ की यह संकल्पना वधावन पोर्ट के आसपास विकसित की जाएगी. यहां भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह और अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनेगा. बुलेट ट्रेन और कोस्टल रोड को भी इस क्षेत्र तक बढ़ाया जाएगा.
टियर 2 और 3 शहरों का औद्योगिक कायाकल्प
मुंबई, ठाणे और पुणे के बाहर भी अब राज्य सरकार औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित कर रही है:
छत्रपति संभाजीनगर ईवी हब बना है. गडचिरोली नया स्टील सिटी (1 लाख करोड़ रुपए निवेश) नागपुर, नासिक, धुले – आईटी, मैन्युफैक्चरिंग और अन्य क्षेत्रों में भारी निवेश इन शहरों में उद्योगों के साथ-साथ आधारभूत सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
कार्य योजना: महाराष्ट्र 2029
मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 दिनों की योजना के सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद अब 150 दिनों की विशेष योजना शुरू की जा रही है. हर विभाग को विकसित महाराष्ट्र 2047 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए तीन चरणों में योजना बनानी है: दीर्घकालीन दृष्टिकोण: महाराष्ट्र 2047, मध्यम अवधि योजना: महाराष्ट्र 2035, तात्कालिक कार्य योजना: महाराष्ट्र 2029
इन सभी चरणों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और अत्याधुनिक तकनीक का समावेश किया जाएगा, जिससे प्रशासन और उद्योगों पर सकारात्मक प्रभाव होगा.