मुंबई. रेलवे में नकली टिकट निरीक्षक या नकली रेल पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने की घटनाएं तो अक्सर घटित होती रहती हैं. लेकिन पश्चिम रेलवे के उपनगरीय रेलवे स्टेशन माहिम जंक्शन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 स्थित टिकट बुकिंग काउंटर पर एक नकली बुकिंग क्लर्क रेल यात्रियों को टिकट देते पाया गया. रेलवे के सतर्कता दस्ते (विजिलेंस टीम) की कार्रवाई में इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया.
मिली जानकारी के अनुसार, माहिम में टिकट बुकिंग काउंटर पर बाहरी व्यक्ति द्वारा यात्रियों का रेलवे टिकट काटे जाने की गुप्त सूचना विजिलेंस टीम की मिली थी. रेलवे स्टेशन टिकट बुकिंग क्षेत्र में बाहरी व्यक्ति की घुसपैठ की सूचना को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस टीम ने 4 जुलाई को माहिम स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 पर स्थित टिकट बुकिंग केंद्र में औचक छापेमारी की. बताया जा रहा है कि विजिलेंस की टीम शाम 7 बजे छापेमारी के लिए पहुंची थी. टीम ने देखा कि खिड़की क्रमांक 4 रात 8 बजे के बाद बंद कर दी गई थी. जबकि 6 नंबर खिड़की खुली तो थी लेकिन शाम 7 बजे से ही वहां कोई भी कर्मचारी नहीं था. जबकि यूटीएस टिकट काउंटर क्रमांक 5 पर एक अनधिकृत व्यक्ति यात्रियों को टिकट दे रहा था और उनसे टिकट के पैसे ले रहा था. नकली बुकिंग क्लर्क की पुष्टि के बाद विजिलेंस टीम ने रात 8.30 बजे के दौरान बुकिंग एरिया में छापा मारा. उस दौरान सुपरवाइजर अपने तीन अन्य सहकर्मियों के साथ एक कमरे में नाश्ता कर रहा था.
फर्जी बुकिंग क्लर्क ने कबूला गुनाह
फर्जी बुकिंग क्लर्क ने विजिलेंस टीम की पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया. उसने स्वीकार किया कि अधिकृत नहीं होने के बाद भी वह यात्रियों को टिकट दे रहा था और उनसे पैसा ले रहा था.
सुपरवाइजर सहित 4 हुए निलंबित
रेलवे प्रशासन ने माहिम के प्लेटफार्म क्रमांक 1 से सटे टिकट बुकिंग काउंटर के सुपरवाइजर और उनके तीनों सहयोगियों को निलंबित कर दिया है. निलंबित रेलकर्मियों के नाम अंगद देवीदास धावले, (सीबीएस/जनरल आईआई), रमाशंकर (आर. सी. बी. एस./इवनिंग इंचार्ज + विंडो 4), गणेश पाटिल (सी. बी. एस./एम. एम. विंडो नंबर 5) और विजय देवाडिगा, (सी. बी. सी./एम. एम./विंडो नंबर 6) बताए जा रहे हैं. गणेश पाटिल के बदले में काम कर रहे फर्जी (अनधिकृत) बुकिंग क्लर्क ने स्वीकार किया कि वह सुपरवाइजर और अधिकृत बुकिंग क्लर्कों की सहमति से वहां टिकट देने का काम कर रहा था. उसके पास से 2650 रुपए बरामद हुए. बेचे गए टिकट और प्राप्त हुई रकम का मिलान करने पर काउंटर क्रमांक 5 पर विजिलेंस टीम को काउंटर क्रमांक 5 पर 34 और क्रमांक 6 पर 45 रुपए अधिक बरामद हुए. फर्जी बुकिंग क्लर्क को आगे की जांच के लिए आरपीएफ दादर पोस्ट पश्चिम रेलवे को सौंप दिया गया है.
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