• मेट्रो स्टेशनों के अंतिम छोर के पास बनेगा आवासीय प्रोजेक्ट
• वॉर रूम में लिए गए निर्णयों को तत्काल लागू करने के निर्देश
• बीडीडी चाळ निवासियों को जल्द मिलेगा नया घर
मुंबई : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को स्पष्ट किया कि अधोसंरचना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) परियोजनाओं को वर्षों तक अधूरी नहीं छोड़ा जा सकता और प्रत्येक परियोजना को तीन वर्षों के भीतर पूरा किया जाना चाहिए. वे मंत्रालय स्थित वॉर रूम की तीसरी समीक्षा बैठक में बोल रहे थे. बैठक में 30 अधोसंरचना परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई. मुख्य सचिव राजेश कुमार, मुख्यमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार प्रवीण परदेशी, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव और सचिव बैठक में उपस्थित थे। वहीं, विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी और वरिष्ठ अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े.
इससे पहले दो बैठकों में 33 परियोजनाओं की समीक्षा की गई थी, जिनमें लगभग 135 मुद्दों पर चर्चा कर निर्णय लिए गए थे. सोमवार की बैठक में इन निर्णयों पर अमल की स्थिति की जानकारी भी दी गई.
मेट्रो प्रोजेक्ट के पास आवासीय योजनाएं विकसित हों
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राज्य के पास अत्याधुनिक तकनीक है, इसलिए परियोजनाएं कम समय में पूरी होनी चाहिए. उन्होंने निर्देश दिए कि मुंबई और राज्य के अन्य मेट्रो प्रोजेक्ट्स समय पर पूरे करने में आ रही अड़चनों का शीघ्र समाधान किया जाए. मेट्रो के अंतिम स्टेशनों के पास आवासीय योजनाएं तैयार की जाएं ताकि वहां सुविधाजनक आवास मिल सके. इसके साथ ही मेट्रो और अन्य परियोजनाओं के लिए आवश्यक निधि की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए.
एकीकृत डैशबोर्ड और त्वरित अमल पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी परियोजनाओं की प्रगति केवल सीएम डैशबोर्ड पर दर्ज होनी चाहिए. संबंधित जानकारी समय-समय पर अपडेट की जाए और जिन निर्णयों पर पिछली बैठकों में सहमति बनी है, उनका कार्यान्वयन अगली बैठक से पहले पूरा हो. यदि कोई समस्या आती है तो वॉर रूम को तुरंत सूचित किया जाए ताकि समाधान तुरंत निकाला जा सके. मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारियों को चेताया कि वॉर रूम के निर्णयों का गंभीरता से पालन हो.
बीडीडी चाल निवासियों को जल्द मिलेंगी घरों की चाबियां
बैठक में बताया गया कि वर्ली की बीडीडी चाल के रहवासियों को जल्द ही घरों की चाबियां सौंपी जाएंगी. वहीं, नायगांव और एन.एम. जोशी मार्ग की चालों के निवासियों को भी निर्धारित समय में नए घर मिलेंगे.
जिन प्रमुख परियोजनाओं की समीक्षा हुई उनमें शामिल हैं:
• मुंबई मेट्रो परियोजनाएं:
o मेट्रो लाइन 2B, 4, 5, 6, 7A, 9
• सड़क व सुरंग परियोजनाएं:
o ऑरेंज गेट–मरीन ड्राइव टनल
o बोरीवली–ठाणे टनल
o दहिसर–भायंदर लिंक रोड
o गोरेगांव–मुलुंड लिंक रोड
• ब्रिज व कॉरिडोर:
o शिवडी–वरळी एलिवेटेड कॉरिडोर
o उत्तन–वसई–विरार सी लिंक
o बांद्रा–वर्सोवा सी लिंक
o विरार–अलिबाग मल्टीमोडल कॉरिडोर
• शहरी व क्षेत्रीय विकास:
o पुणे मेट्रो, धारावी पुनर्विकास, जालना–नांदेड हायवे
o पुणे रिंग रोड, छत्रपति संभाजीनगर जल आपूर्ति
o वाधवन पोर्ट, कुडूस–आरे कनेक्टिविटी, विद्युत प्रोजेक्ट्स
बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय की प्रधान सचिव अश्विनी भिडे ने वॉर रूम परियोजनाओं पर प्रस्तुति दी.