मुंबई. बांद्रा पूर्व, गवर्नमेंट कॉलोनी, गुरुनानक अस्पताल के पास स्थित अष्टविनायक एस.आर.ए बिल्डिंग क्र. 3 अ और ब विंग के निवासियों ने सोसाइटी की कमेटी के प्रमुख रोहिताक्ष बोलार और गोपीचंद वाघमारे के खिलाफ रविवार को विरोध प्रदर्शन किया. इस मौके पर स्थानीय खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुप्रिया पाटिल अपनी टीम के साथ मौके पर मौजूद रहीं.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कमेटी के प्रमुख लोग सोसाइटी मूल सदस्यों को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हैं. उन्हें वकील के मार्फत नोटिस भेज कर उनके मकान अपात्र होने का दावा करते हैं. उन पर अपना घर बेचने के लिए दबाव डालते हैं. इसी तरह मकान पात्र कराने अथवा बेचे खरीदे गए मकानों के लिए नाम ट्रांसफर करने के नाम पर मनमाना पैसा मांगते हैं. जबकि विरोध करने वालों को वकील के जरिए नोटिस भेज कर डराया जाता है. इनके गुंडे सोसाइटी की कामकाजी महिलाओं का पीछा करके उन्हें प्रताड़ित करते हैं. विरोध करने वालों से मारपीट करते हैं और उन्हें झूठे कानूनी मामलों में फंसाया जाता है.
मुख्यमंत्री से की शिकायत
आंदोलन में शामिल लोगों ने कहा कि वे अष्ट विनायक एसआरए हाउसिंग सोसाइटी इमारत क्रमांक 3 ए/बी विंग के मूल निवासी है. पहले उनकी सोसाइटी का नाम माॅ आशापूरा हाउसिंग सोसाइटी था. एसआरए योजना के तहत म्हाडा के मार्फत उनकी बस्ती का पुनर्वास किया गया और वर्ष 2007 में पात्र निवासियों को इमारत में मकान का कब्जा (चाबी) दी गई थी. बाद में इमारत के निवासियों ने मिल कर सोसाइटी बना कर कमेटी गठित की. दो साल सब कुछ ठीक चला. बाद में बालासाहेब ठाकरे के हाथों सोसाइटी का नाम बदल कर अष्ट विनायक एसआरए कर दिया गया. लेकिन इसके बाद कुछ सदस्यों ने अपने मकान बेच दिए और उनके मकान खरीदने वाले लोग पहले तो अपने अच्छे व्यवहार से सोसाइटी अन्य सदस्यों का मन जीत कर कमेटी के सदस्य बने और फिर कमेटी के प्रमुख बनकर मूल सदस्यों के साथ छल करने लगे. इनके खिलाफ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार सहित एसआरए और स्थानीय खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन में भी शिकायत की गई है. प्रदर्शन कार्यों का दावा है कि एसआरए प्रशासन ने सोसाइटी कमेटी के कथित प्रमुख लोगों को अपात्र घोषित कर दिया है और कमेटी को भी भंग कर दिया है फिर भी उनकी दबंगई खत्म नहीं हो रही है. सोसायटी के सदस्यों ने कमेटी के कथित प्रमुखों के खिलाफ भविष्य में और उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
