मुंबई. मुंबई उपनगरीय पालक मंत्री आशीष शेलार ने शनिवार को मुंबई महानगरपालिका के के. पूर्व संभाग में जनता दरबार लगाया और मुंबईकरों की समस्याएं सुनीं. इस जनता दरबार में लगभग 250 नागरिक उपस्थित थे.
पालक मंत्री आशीष शेलार ने इससे पहले, माहिम संभाग में दरबार लगाया था और लोगों से मुलाकात की थी. शुक्रवार को उनके समक्ष अंधेरी संभाग के नागरिकों ने हाउसिंग सोसाइटियों, एसआरए संगठनों और विभिन्न सामाजिक समूहों, बीएमसी, सरकार, पुलिस जैसे विभिन्न विभागों में अपनी समस्याएं उठाईं. इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए मंत्री शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के आदेशानुसार, लोगों की समस्याओं और मुद्दों के समाधान के लिए मैं पालक मंत्री की हैसियत से सह-पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के साथ वार्डवार जनता दरबार लगा रहे हैं. आज हमने अंधेरी के के-ईस्ट वार्ड में लगभग 250 से ज़्यादा नागरिकों की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के प्रयास किए.
जनोन्मुखी सरकार
मंत्री शेलार ने कहा कि यह सरकार जनोन्मुखी है. हम मुंबईवासियों को उनके वार्डों में जाकर यह सेवा प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी विभागवार ऐसे ही जनता दरबार लगाए जाएंगे.
इस अवसर पर स्थानीय विधायक मुरजी पटेल, पूर्व भाजपा नगरसेवक और ज़िला अध्यक्ष ज्ञानमूर्ति शर्मा, वार्ड सहायक आयुक्त अभिजीत सामंत, साथ ही पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारी उपस्थित थे.
उद्धव ठाकरे पर निशाना
इस बीच, मीडिया से बात करते हुए शेलार ने सरकार के खिलाफ की गई उद्धव ठाकरे की टिप्पणी का मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ क्रंदन करने तोड़ने की बजाय खुद पर आँसू बहाते तो बेहतर होता. उन्होंने कहा कि कोंकण में तीन चक्रवात आए, हमने मदद की. उन्होंने कहा कि कर्जमाफी आंशिक रूप से हुई थी, हमने उसे पूरा किया. बांध के लिए 50,000 की घोषणा की गई, 1-2 रुपए के चेक दिए गए. जबकि उद्धव ठाकरे ने सत्ता में रहने के दौरान गांवों के किसानों और कोरोना में आम मुंबईकरों को मारा. इन्हें अपने पापों को याद करना चाहिए और खुद अपने पापों पर आंसू बहाने चाहिए. अन्यथा इनके पास खुद पर आँसू बहाने के अलावा कुछ नहीं बचेगा. इन्हें क्रंदन संभाल कर रखना चाहिए. ये मुंबई, संभाजीनगर नगर निगम में हार के बाद इनके काम आएगा.
