मुंबई. मुंबई में 30 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई करने वाली प्रमुख बिजली वितरण कंपनी अदानी इलेक्ट्रिसिटी गर्मियों में बिजली की मांग में होने वाली संभावित बढ़ोतरी को पूरा करने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रही है. इसके लिए कंपनी अपना इंफ्रास्ट्रक्चर भी लगातार अपग्रेड कर रही है. ताकि बिजली सप्लाई सुचारू रहे.
मुंबई में तेजी से हो रहे शहरीकरण और आर्थिक विकास के कारण बिजली की खपत बढ़ रही है. गर्मी में ग्राहकों को बिना रुकावट बिजली देने के लिए अदानी इलेक्ट्रिसिटी ने पूरी तैयारी कर ली है. कंपनी ने लंबे और छोटे समय के कॉन्ट्रैक्ट से बिजली की जरूरतों को पूरा करने की योजना बनाई है. लंबे समय के कॉन्ट्रैक्ट से 1300 मेगावॉट बिजली मिलेगी, जिसमें सौर ऊर्जा, पवन और हाइब्रिड ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत शामिल है. मध्यम अवधि के कॉन्ट्रैक्ट से 500 मेगावॉट बिजली ली जाएगी. इसी तरह छोटे समय के कॉन्ट्रैक्ट से 700 मेगावॉट अतिरिक्त सोलर पावर और पवन ऊर्जा मिलेगी. इसके अलावा, बैंकिंग अरेंजमेंट या बिजली कंपनियों में होने वाले समझौते से 300 मेगावॉट बिजली का इंतजाम किया गया है. अगर और बिजली की जरूरत पड़ी तो उसे शॉर्ट-टर्म पावर मार्केट से पूरा किया जाएगा.
ले रही है एआई की मदद
बिजली वितरण करने वाली अदानी इलेक्ट्रिसिटी बिजली की मांग का सही और सटीक अनुमान लगाने के लिए एआई और मशीन लर्निंग मॉडल का इस्तेमाल कर रही है. ये सिस्टम दिन के अलग-अलग समय में बिजली जरूरत को सटीक तरीके से बताते हैं. इसके लिए इस सिस्टम से बिजली के उपयोग या खपत के पुराने आंकड़ों, मौसम की जानकारी और ग्रिड की मौजूदा स्थिति का विश्लेषण किया जाता है. इससे बिजली खरीद की सबसे बेहतर तरीके से योजना बनाई जाती है, ताकि जरूरत के हिसाब से सही समय पर उचित मात्रा में बिजली मिल सके और बिजली कटौती न हो. इससे बिजली की कोई कमी न होना और सप्लाई लगातार होना सुनिश्चित किया जाता है. कंपनी ने अतिरिक्त नवीकरणीय ऊर्जा खरीदने का भी फैसला किया है. इससे पारंपरिक स्रोतों पर निर्भरता कम होगी और गर्मी के पीक सीजन में पर्यावरण के अनुकूल बिजली की ज्यादा विश्वसनीय तरीके से सप्लाई सुनिश्चित होगी.
आधुनिक नेटवर्क ऑपरेशन सेंटर
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने आधुनिक नेटवर्क ऑपरेशन सेंटर (एनओसी) शुरू किया है. इससे ऑटोमेटेड सबस्टेशन भी जोड़े गए हैं. इससे पूरे नेटवर्क की निगरानी होती है और बिजली के लोड को सही तरीके से मैनेज किया जाता है. लेकिन कहीं फॉल्ट के कारण, लोड ज्यादा होने या लाइन ट्रिप होने के कारण बिजली गुल होती है तो तुरंत एक्शन लिया जा सकता है. इस तकनीक से बिजली का सही वितरण किया जाता है, ताकि किसी भी इलाके में ओवरलोडिंग या पावर कट की नौबत न आए. फॉल्ट को जल्दी ठीक किया जाता है. इससे बिजली सप्लाई में रुकावट कम होती है और ग्रिड की स्थिरता बनी रहती है. कंपनी ने अपने नेटवर्क में स्मार्ट मीटर लगाए हैं. इनसे ग्राहकों को उनकी बिजली खपत की पूरी जानकारी मिलती है. एईएमएल (अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड) बिजली की मांग का सही अनुमान लगाने के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और एमएल (मशीन लर्निंग) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है. कंपनी “ऑप्टिमाइजेशन एल्गोरिदम” का इस्तेमाल कर सही समय पर, सही मात्रा में और कम कीमत पर बिजली खरीदती है. इससे बिजली की कमी को पूरा कर कटौती को रोका जाता है. एईएमएल अपने कॉल सेंटर में भी एआई और एमएल का इस्तेमाल कर रही है. ये तकनीक कॉल की संख्या का पहले से अनुमान लगाती है. इसके हिसाब से एजेंट्स की संख्या तय की जाती है, जिससे ग्राहक को जल्दी सेवा मिलती है. मशीन लर्निंग से एजेंट्स के कामकाज का मूल्यांकन होता है. ग्राहकों की भावनाओं का विश्लेषण कर सर्विस को बेहतर बनाया जाता है.
