मुंबई. बांद्रा टर्मिनस पर हरिद्वार से आई ट्रेन में एक महिला यात्री से बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में बांद्रा रेल पुलिस ने बांद्रा टर्मिनस पर हमाली (यात्रियों का सामान ढोने वाला गैर लाइसेंसी कुली) करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना में 55 वर्षीया पीड़ित महिला शनिवार की रात करीब 11.30 बजे लंबी दूरी की एक ट्रेन से अपने दामाद के साथ बांद्रा टर्मिनस पहुंची थी.
घूमने के इरादे आई पीड़िता को मुंबई में रहनेवाले अपने रिश्तेदार के घर जाना था. लेकिन मुंबई की लाइफ स्टाइल से अनजान थी. रात अधिक होने की बात सोचकर उन्होंने सुबह होने तक बांद्रा टर्मिनस पर ही रुकने का निर्णय लिया. बताया जा रहा है कि इसलिए वो दोनों खाली पड़े प्लेटफॉर्म नंबर 6-7 पर चले गए. अनुमान है कि महिला को वहीं छोड़कर दामाद भोजन आदि के इंतजाम के लिए चला गया. जबकि महिला वहां खड़ी दूसरी ट्रेन में जा कर सो गई.
‘टीटी’ बनकर किया महिला से छल
बताया जा रहा कि लंबी दूरी की वह ट्रेन किसी अन्य स्टेशन से कुछ देर पहले बांद्रा टर्मिनस पहुंची थी. ट्रेन को विश्राम के यार्ड में ले जाने की प्रक्रिया चल रही थी. इसलिए पूरी तरह खाली थी. उसी दौरान उस ट्रेन में अचानक पहुंचे आरोपी युवक ने खुद को टिकट निरीक्षक बताया और महिला से टिकट पूछने लगा. वीरान प्लेटफॉर्म एवं खाली ट्रेन का लाभ उठाते हुए उसने महिला को डरा धमका कर हवस का शिकार बना डाला.
पब्लिक की मदद से पहुंची पुलिस के पास
वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया. इस घटना से बदहवास हुई पीड़िता ने अपने दामाद को वापस लौटने पर आपबीती सुनाई, जिसके बाद दामाद अन्य लोगों की मदद से पीड़िता के साथ शिकायत दर्ज कराने बांद्रा रेल पुलिस थाने पहुंच गया.
सीसीटीवी फुटेज से धराया आरोपी
इस घटना से रेलवे पुलिस में हड़कंप मच गया. हरकत में आई रेल पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की शिनाख्त की. इसके करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब जांच कर रही है कि क्या आरोपी उस वक्त प्लेटफॉर्म पर किस इरादे से पहुंचा था? क्या वह महिला का पीछा कर रहा था और क्या वह पहले भी कभी किसी यात्री के साथ इस तरह की वारदात को अंजाम देने में शामिल रहा है?
असुरक्षित हो गए हैं रेल परिसर
मुंबई उपनगरीय रेल सेवा के अंतर्गत आनेवाले रेल परिसर लगातार असुरक्षित होते जा रहे हैं. रेल परिसर में मोबाइल स्नेचिंग, चेन स्नेचिंग, ट्रेनों में बैग लिफ्टिंग के कई मामले रोज ही सामने आते हैं. लेकिन अब अपहरण, छेड़छाड़ और बलात्कार की बढ़ती घटनाओं से रेल पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे है. बीते करीब 15 दिनों में मुंबई रेल पुलिस की हद में बलात्कार की 2 (वाशी और बांद्रा), विनय भंग (छेड़छाड़) की 3 (वाशी, बांद्रा, वाशी) तथा अपहरण का एक मामला बांद्रा रेल पुलिस थाने में दर्ज हुआ है.
