मुंबई. बेटे को घर का चिराग कहा जाता है. मुंबई में रहने वाले यूपी के एक शख्स ने अपना घर रोशन करने की चाह में अपने दोस्त के घर का ‘चिराग’ यानी बेटा चूरा लिया. हालांकि इस वारदात के कुछ ही घंटे बाद रेलवे पुलिस ने आरोपी को बच्चा चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
घटना पश्चिम रेलवे के उपनगरीय रेलवे स्टेशन गोरेगांव की है. स्टेशन के रेलवे पुल के नीचे रहनेवाले एक शख्स ने 11 फरवरी को बोरीवली रेलवे पुलिस स्टेशन में अपने 5 साल के बेटे के अपहरण शिकायत दर्ज कराई थी.
सीसीटीवी फुटेज से आरोपी की शिनाख्त
बताया जा रहा है कि घटना को गंभीरता से लेते हुए रेलवे पुलिस ने स्टेशन परिसर के सीसीटीवी फुटेजों की जांच की. इस दौरान एक कैमरे में शख्स बच्चे के साथ जाता दिखा. बच्चे के पिता ने उक्त शख्स की पहचान अपने पड़ोस में रहने वाले करण कनोजिया
के रूप में की. 24 वर्षीय करण भी गोरेगांव रेलवे पुल के नीचे पीड़ित पवार के पड़ोस में रहता था और बच्चे के पिता से उसकी अच्छी दोस्ती थी.
शहद स्टेशन से दबोचा गया आरोपी
बोरीवली रेलवे पुलिस मदद के लिए आरोपी और बच्चे की फोटो मुंबई व आसपास के जिलों के सभी पुलिस स्टेशनों को भेज दी. पुलिस का यह प्रयास सफल हुआ. रेलवे पुलिस के खबरियों ने करण को शहद रेलवे स्टेशन के पास देखे जाने की टिप दी. इसके बाद रेलवे पुलिस ने शहद स्टेशन से महात्मा फुले चौक इलाके में करण की तलाश शुरू की. पुलिस की मेहनत रंग लाई. थोड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने करण को खोपोली निवासी एक अन्य शख्स के साथ दबोच लिया तथा अपहृत बच्चे को सकुशल मुक्त करा लिया.
पुलिस की जांच जारी
करण ने पुलिस को बताया कि उसकी अपनी कोई संतान नहीं है. इसलिए संतान सुख के लिए उक्त बच्चे को चुराया था और वह बच्चे को लखनऊ स्थित अपने गांव ले जाना चाहता था. लेकिन रेलवे पुलिस करण के बयान पर आंख बंद करके विश्वास करने की बजाय इस अपहरण कांड की अन्य कोणों से भी जांच कर रही है.