मुंबई. विजयादशमी के अवसर पर शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) पार्टी का दशहरा सम्मेलन मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क (शिवतीर्थ) मैदान पर आयोजित किया गया. बुधवार और गुरुवार को मुंबई रुक रुक कर हुई बारिश के कारण सम्मेलन स्थल कीचड़ से भर गया था. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री तथा यूबीटी के पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके समर्थकों के उत्साह को बारिश बिल्कुल भी डिगा नहीं पाई. भरी बारिश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी एवं उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर उद्धव जम कर बरसे.
अति वृष्टि (भारी बारिश) के कारण फसलों को हुए नुकसान की वजह से बर्बादी के कगार पर पहुंचे किसानों की मदद के लिए किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपए देने तथा उनका ऋण माफ करने की मांग करते हुए उद्धव ने सत्तारूढ़ महायुति सरकार, मुख्य रूप से डीसीएम शिंदे की शिवसेना और बीजेपी पर अपनी विशिष्ट शैली में हमला बोला. इस मौके पर उन्होंने अपना शताब्दी वर्ष मना रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी नहीं बख्शा.
2017 की कर्ज माफी का इंतजार
उद्धव ठाकरे ने कहा, “मुझे पता है कि हर जगह कीचड़ है. इसका कारण ये कमलाबाई (कमल चुनाव चिन्ह वाली बीजेपी) है. उन्होंने आगे सवालिया लहजे में कहेंगे कि बारिश और कमला बाई का क्या संबंध है? लेकिन कमलाबाई की करतूत है. कमलाबाई ने अपना कमल खिला लिया है, लेकिन लोगों का जीवन कीचड़ बना दिया है. किसानों को भारी नुकसान तो हुआ ही है. लेकिन उनके घर में भी कीचड़ भर गया है. अब तक मराठवाड़ा बारिश को तरसता था लेकिन इस बार वहां भारी बारिश हुई है. मैं सभी शिव सैनिकों से अपील करता हूं कि वे मराठवाड़ा के किसानों की हर संभव मदद करें. सरकार को अपनी शर्तों को दरकिनार करते हुए पहले लोगों की मदद करनी चाहिए. उद्धव ने कहा कि सभी मानदंडों को एक तरफ छोड़ दें और जिन किसानों का नुकसान हुआ है, उन्हें प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपए मदद के रूप में दिए जाने चाहिए. उद्धव ठाकरे ने कहा कि 2017 में घोषित कर्ज माफी अभी भी हो रही है, किसान अभी भी उसका इंतजार कर रहे हैं.
संघ और गांधी जयंती का संयोग
उद्धव ने कहा, आज हमारा दशहरा सम्मेलन है. दो-तीन और दशहरा सम्मेलन हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं बाकी के बारे में बात नहीं करना चाहता. लेकिन मैं संघ की दशहरा रैली पर जरूर बोलूंगा, क्योंकि 100 साल कोई कम नहीं हैं. आज संघ को 100 साल पूरे हो रहे हैं और संयोग से आज गांधी जयंती भी है. उद्धव ने कहा कि मैं संघ प्रमुख मोहन भागवत से पूछना चाहता हूं, संघ की 100 साल की मेहनत के उपरांत उपजे इन जहरीले फलों को देख कर आप संतुष्ट हैं क्या? उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है भागवत भले ही कह नहीं पा रहे हैं, लेकिन आरक्षण के बहाने से ब्रह्मा का पिता बनना चाहते हों लेकिन ब्रह्मा ब्रह्मराक्ष बन गए.
न्याय मांगना देशद्रोह!
हमें इस सार्वजनिक सुरक्षा कानून को खत्म करना होगा. आपको इसे उखाड़ फेंकना होगा. क्योंकि सोनम वांगचुक जब मोदी की प्रशंसा कर रहे थे तो गद्दार नहीं थे, लेकिन अब उन पर एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान जाने का आरोप लगाया जा रहा है. तो नवाज शरीफ की केक गपशप के बारे में मोदी का क्या कहना है? हमें इसका जवाब चाहिए. न्याय मांगना इस देश में देशद्रोह है. मणिपुर तीन साल से जल रहा है और मोदी अभी कल गए थे.

नहीं आए राज ठाकरे
शिवाजी पार्क में संपन्न हुए ठाकरे परिवार के परंपरागत दशहरा सम्मेलन से इस बार उनके समर्थकों को ढेरों उम्मीदें थी. यूबीटी के कुछ नेताओं के बयान से लोगों की उम्मीदों को बल मिला था. लोग सोच रहे थे कि 19 साल बाद मतभेद भुला कर साथ आने का संकेत देने वाले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे भी इस बार शिवतीर्थ पर दशहरा सम्मेलन में उपस्थिति दर्ज कराएंगे. इतना ही अटकलें ये भी लगाई जा रही थीं कि मुंबई महानगर पालिका चुनाव की पृष्ठभूमि में दोनों भाई शिवतीर्थ पर दशहरा सम्मेलन में यूबीटी एवं मनसे के युति की घोषणा करेंगे. लेकिन उद्धव के दशहरा सम्मेलन से राज दूर रहे और समर्थकों को मायूस होना पड़ा.