मुंबई. एनसीपी शरदचंद्र पवार गुट के भूम-परांदा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राहुल मोटे मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ पाला बदल कर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की एनसीपी में शामिल हुए. इस मौके पर धाराशिव, अहिल्यानगर, अकोला जिलों से विभिन्न दलों के कई अन्य पदाधिकारी भी एनसीपी में शामिल हुए. नरीमन प्वाइंट स्थित राकां कार्यालय में आयोजित पक्ष प्रवेश समारोह में डीसीएम अजीत ने लोगों के सहयोग से समस्याओं के समाधान का मंत्र दिया. उन्होंने कहा कि दिवंगत यशवंतराव चव्हाण ने हमें समग्रता की राजनीति सिखाई और हम उस पर अमल कर रहे हैं. हम बिना किसी जाति, धर्म या संप्रदाय के भेदभाव के एकजुट होने का प्रयास कर रहे हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज ने विभिन्न जातियों के लोगों को साथ लेकर हिंदवी स्वराज्य की स्थापना की थी. इसलिए, सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए. लोगों के साथ मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए.
पवार ने कहा कि पार्टी के विकास के लिए नए कार्यकर्ताओं को खड़ा करना होगा. इसके लिए बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना होगा और उनके सहयोग से पार्टी का निर्माण करना होगा. अजीत ने अपने चाचा शरद पवार का नाम लिए बगैर इशारों में आगे कहा कि एनसीपी की स्थापना ऐसे ही वरिष्ठ लोगों के आशीर्वाद से हुई थी और आज पार्टी 26 साल की हो गई है. उन्होंने एनसीपी में अपनी बगावत को जायज ठहराते हुए यह भी कहा कि विकास और जनता के काम सरकार के विरुद्ध जाकर नहीं, बल्कि सत्ता में रहकर किए जाते हैं. इसलिए स्थानीय निकाय चुनाव आ रहे हैं. इसी सोच के साथ काम करना शुरू करें. इस बात पर ध्यान दें कि आपकी पार्टी बिना किसी भेदभाव के कैसे सफलता प्राप्त कर सकती है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि गलत तरीके से किए गए काम से पार्टी को नुकसान हो सकता है.
बड़बोले नेताओं को नसीहत
अजीत ने कहा कि हम गलत बयान देते हैं और फिर मीडिया उसे दिखाता है. आजकल सोशल मीडिया की ताकत बढ़ गई है. इसलिए सभी को जागरूक होकर काम करना और बोलना चाहिए. इस अवसर पर एनसीपी के कोषाध्यक्ष विधायक शिवाजीराव गर्जे, विधायक अमोल मिटकरी, विधायक काशिनाथ दाते, विधायक सतीश चव्हाण, विधायक विक्रम काले, मुख्य प्रवक्ता आनंद परांजपे, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद हिंदुराव, प्रदेश महासचिव लतीफ तंबोली, सह कोषाध्यक्ष संजय बोरगे, अहिल्यानगर जिला अध्यक्ष अशोक सावंत, धाराशिव जिला अध्यक्ष महेंद्र धुरगुडे, अकोला जिला अध्यक्ष मोहम्मद बदरुज्जमा, दक्षिण मुंबई जिला अध्यक्ष महेंद्र पानसरे आदि सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.
