मुंबई. तमिलनाडु के करूर में शनिवार को थलपति विजय की रैली में मची भगदड़ तथा 36 लोगों की दर्दनाक मौत के लिए प्रशासन और आयोजक ही पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. ऐसा कहा जा सकता है कि ये घटना अतीत में घटित हुई इसी तरह की घटनाओं की अनदेखी के कारण घटित हुई है.
दक्षिण भारतीय लोगों में फिल्मी सितारों एवं खिलाड़ियों के प्रति जबरदस्त आकर्षण देखने को मिलता है. यही वह है कि पिछले कुछ ही महीनों में इस तरह की ये तीसरी घटना घटित हुई है जबकि प्रशासन और आयोजकों ने अतीत की घटनाओं से कोई सबक नहीं सीखा.
कब-कब हुआ हादसा?
पुष्पा 2 के प्रीमियर शो में भगदड़
दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपर स्टार अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2’ के प्रीमियर शो के दौरान हैदराबाद के ‘संध्या थिएटर’ के बाहर भगदड़ मच गई. उस वक्त वहां मौजूद अल्लू अर्जन की एक झलक पाने को बेचैन फैंस धक्कामुकी करने लगे. उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. परिणाम स्वरूप मची भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई थी.

चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) द्वारा पहली बार आईपीएल का खिताब जीतने के जश्न में शामिल होने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों की संख्या फैंस जुट गए थे. नतीजतन भगदड़ मच गई. 4 जून 2025 को घटित हुई उक्त घटना में 11 लोग मारे गए और 33 अन्य घायल हो गए थे.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़
15 फरवरी 2025 को महाकुंभ 2025 में अमृत स्नान करने के लिए जाने वाले श्रद्धालु नई दिल्ली स्टेशन पर जमा हो रहे थे. इसी दौरान भीड़ बढ़ने भगदड़ मच गई. भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 12 लोग घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

कुंभ में मची थी भगदड़
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में मारे गए ज्यादातर लोग प्रयाग राज महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालु थे. लेकिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से पहले 28 जनवरी 2025 को महाकुंभ के संगम नोज इलाके में रात 1.30 बजे के करीब भगदड़ मच गई थी. हादसे में 30 लोगों की दर्दनाक मौत की पुष्टि प्रशासन की ओर से की गई थी.
हाथरस भगदड़ में सैंकड़ों मारे गए
2024 के जुलाई महीने में उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के एक धार्मिक कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग जुट गए. इस दौरान भगदड़ मचने से लगभग 121 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हुए थे.
पटना में भी मची थी भगदड़
इससे पहले बिहार की राजधानी पटना में 3 अक्टूबर 2014 को दशहरे के दिन गांधी मैदान पर रावण दहन के दौरान भगदड़ मच गई थी. इसमें 42 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे