मुंबई. महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी दिन विधान परिषद में मोबाइल पर रमी (ताश का गेम) खेलना उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की एनसीपी के नेता व मंत्री माणिकराव कोकाटे को भारी पड़ गया. रमी के उस खेल में कोकाटे अपना कृषि मंत्री का पद हार गए. गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कोकाटे को कृषि मंत्री के पद से हटा कर खेल मंत्री बनाने का आदेश जारी कर दिया. और अजीत की एनसीपी के ही विधायक दत्तात्रेय भरणे को नया कृषिमंत्री बना दिया गया है.
इससे पहले कृषि मंत्री बनाए गए कोकाटे के विवादित बयानों के कारण महायुति सरकार की कई बार किरकिरी हुई. जिसके परिणाम महायुति में अजीत को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. कोकाटे ने पहली बार कहा था कि किसान कर्ज का पैसा कृषि में लगाने की बजाय विवाह समारोह और जन्मदिन की पार्टी आदि में खर्च करते हैं. इस दौरान उन्होंने बेमौसम की बारिश से फसलों को हुए नुकसान का पंचामा की गुजारिश करने आए किसान को फटकारते हुए कहा था कि क्या मैं ठूठों का पंचनामा कराऊं. इसके बाद कोकाटे ने कृषि मंत्रालय को उजाड़ गांव की जमीदारी कह दिया था.
अजीत ने जताई थी नाराजगी
कोकाटे के इन उठ पटांग बयानों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अजीत ने खुल कर कहा था कि कोकाटे के बयान मुझे भारी पड़ रहे हैं. लेकिन कोकाटे बाज नहीं आए. मानसून सत्र के दौरान विधान परिषद में रमी खेलने की वजह से बयानों में घिरने के बाद उन्होंने सरकार को भिखारी कह दिया था. इसके बाद विपक्ष के साथ-साथ महायुति सरकार में शामिल उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के विधायकों ने भी कोकाटे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जिसकी वजह से कोकाटे को कृषि मंत्रालय जैसे अहम विभाग से हटाकर कम महत्व वाले खेल मंत्रालय का मंत्री बना दिया गया है.
भरणे ने की अजीत की तारीफ
कृषि मंत्री बनाए जाने की वजह से दत्तात्रेय भरणे बेहद प्रसन्न हो गए हैं. गुरुवार की रात मीडिया ने पूछा तो वह कृषि मंत्री बनाए जाने की बात से अनभिज्ञता जताते हुए अजीत पवार की जम कर तारीफ करने लगे. उन्होंने कहा कि बारामती वाले (अजीत) बिना कुछ कहे ही बहुत कुछ दे देते हैं. उन्होंने मेरे कॉलेज के दिनों से ही मुझसे पूछे बिना मुझे कारखाने में आने का मौका दिया. 1996 में मुझे बैंक का निदेशक और अध्यक्ष बना दिया. बिना बताए जिला परिषद अध्यक्ष, विधायक और मंत्री बना दिया. उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को इंसानों की अच्छी परख है. वे सही व्यक्ति को सही समय पर मौका देते हैं.
