मुंबई. रविवार, 7 सितंबर से पितरों का महापर्व पितृ पक्ष शुरू हो रहा है. भाद्रपद पूर्णिमा से शुरू होने वाले पितृ पक्ष के पहले दिन इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है. ये चंद्र ग्रहण भारत में पूर्ण स्वरूप में दिखाई देगा जबकि बर्लिन, जिनेवा, लंदन, पेरिस, म्यूनिख और रोम जैसे यूरोपीय शहरों में ‘ग्रस्तोदित’ स्वरूप में नजर आएगा. ज्योतिष में चंद्र ग्रहण को अशुभ माना जाता है. इसलिए घर में मन की शांति और खुशी बनाए रखने के लिए कुछ चीजें करना आवश्यक है. आइए चंद्र ग्रहण के बारे में विस्तार से जानते हैं.
ग्रहण स्पर्श और मोक्ष का समय
भारतीय मानक समय के अनुसार, चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 की रात को 09:57 पर और ग्रहण मोक्ष आधी रात को 01:27 पर होगा. चूंकि यह चंद्र ग्रहण रात के दूसरे भाग में होता है, इसलिए ग्रहण 7 सितंबर 2025 को दोपहर 12.32 को ‘चंद्रग्रह ग्रह ग्रह प्रहरादर्वक यमत्रयम वेधः’ के वादे के अनुसार शुरू होता है.
भारतीय मानक समय के अनुसार, ग्रहण रात 9.57 बजे और मोक्ष दोपहर 1.27 बजे लगेगा. इस चंद्र ग्रहण का अवलोकन दोपहर 12.32 बजे शुरू होगा. बच्चों, बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं के लिए अवलोकन शाम 5.10 बजे शुरू होगा अर्थात
बच्चे, बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को शाम 05.10 से सूतक काल के निर्देशों का पालन करना चाहिए.
करें निम्न उपाय
चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले पानी और भोजन में तुलसी का एक-एक पत्ता डाल दें और सुरक्षित रूप से ढक कर रखें. घर पर भगवान के मंत्रों का जाप करें. इस तरह से ग्रहण के कारण उत्पन्न होनेवाली नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. ग्रहण के दौरान और ग्रहण के समापन के बाद भी कुछ बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. ग्रहण के दौरान कोई बड़ा वित्तीय, भावनात्मक निर्णय न लें. ग्रहण समाप्त होते ही तुरंत स्नान करें. ग्रहण समाप्त होने के बाद गंगाजल छिड़कें. ग्रहण समाप्त होने के बाद तिल, चावल, गुड़, कपड़े दान करें. यह ग्रहण के कारण होने वाले दोष को दूर करता है. चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए. कैंची और सुई जैसी नुकीली वस्तुओं से बचें.
ग्रहण के दौरान किन बातों से बचना चाहिए?
शास्त्रों में कहा गया है कि ग्रहण के दौरान भोजन, जलपान, मल विसर्जन, अभ्यंग स्नान, नींद और मैथुन से बचना चाहिए. इसलिए ग्रहण उत्सव के दौरान इन नियमों का पालन किया जाना चाहिए.
राशियों के अनुसार क्या होगा प्रभाव?
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण विभिन्न राशियों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करेगा, जो कि इस प्रकार होगा…
मेषः लाभ
वृषभः सुख
मिथुनः अपमान
कर्कः हानि
सिंहः जीवनसाथी के लिए परेशानी
कन्याः खुशी
तुलाः चिंता
वृश्चिक: संकट
धनुः धन लाभ
मकरः धन हानि
कुंभः शरीर में दर्द
मीनः हानि या द्रव्य नाश
डिस्क्लेमर: उपरोक्त लेख में दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि या समर्थन नहीं करते हैं. इस लेख के माध्यम से किसी तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा देना हमारा मकसद नहीं है. उपरोक्त लेख में दी गई जानकारी के आधार पर कोई भी निर्णय स्वविवेक और किसी विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही लें.