मुंबई. भायखला जिला कारागार में आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित रसोईघर और कारागार विभाग के नए भवनों का उद्घाटन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं महानिरीक्षक, कारागार एवं सुधार सेवाएं, महाराष्ट्र राज्य, पुणे सुहास वरके द्वारा किया गया. कार्यक्रम में विशेष महानिरीक्षक, कारागार, कारागार एवं सुधार सेवाएं, महाराष्ट्र राज्य, पुणे योगेश देसाई में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. तो वहीं हर्षद अहिरराव, अधीक्षक, मुंबई सेंट्रल जेल भी उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित थे. उक्त कार्यक्रम का आयोजन भायखला जिला कारागार के अधीक्षक विकास हरजनलवार द्वारा किया गया था.

जिला वार्षिक योजना 2023-2024 के तहत भायखला जिला कारागार में नए रसोईघर, भंडार कक्ष, गैस सिलेंडर कक्ष का निर्माण और रसोईघर के लिए कोल्ड स्टोरेज कक्ष सहित नए मॉड्यूलर किचन उपकरणों की खरीद वित्तीय वर्ष में स्वीकृत निधि से की गई है. भायखला जिला कारागार की स्थापना वर्ष 1840 में हुई थी और यह महाराष्ट्र की सबसे पुरानी जेल है. भायखला जिला जेल और मुंबई जिला महिला जेल में लगभग 900 से 1000 पुरुष और महिला कैदी और 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चे रहते हैं. कैदियों के लिए पुराने और पारंपरिक तरीके से भोजन तैयार करते समय कैदियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. इस वजह से जेल में कैदियों और बच्चों के लिए एक आधुनिक और अच्छी तरह से सुसज्जित रसोईघर बनाया गया है. इससे कैदियों के लिए भोजन तैयार करना बहुत आसान, स्वच्छ और तत्काल होगा. साथ ही, जेल परिसर में ट्रांसजेंडर और बीमार कैदियों के लिए 6 अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं. कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर, स्वाति पाठक, अभियंता लोक निर्माण विभाग, एन. सी. पाटिल, अभियंता, लोक निर्माण विभाग, आनंद टेंगले, वरिष्ठ जेल अधिकारी, संदीप चव्हाण, संतोषी कोलेकर, अमृता दशवंत, गणेश चौधरी, जेल अधिकारी, नितिन नेमन, प्रशासनिक अधिकारी और विश्वनाथ कमलापुरे, अभियंता लोक निर्माण विभाग के साथ-साथ जेल अधिकारी/कर्मचारी और कैदी उपस्थित थे.
