मुंबई. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में लगभग 55 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. इस ऐतिहासिक भीड़ के बीच कई लोगों ने छोटे मोटे काम करके हजारों रुपए कमाए. लेकिन इन सबके बीच कुछ ऐसे भी लोग थे जो इंटरनेट के जरिए झांसा देकर लोगों से ठगी करने में मशगूल थे. ऐसे ही ठगों ने दक्षिण मुंबई स्थित कफ परेड क्षेत्र के कुछ निवासियों को कुंभ जुटी भीड़ का नजारा हेलीकॉप्टर से दिखाने का झांसा देकर हजारों रुपए ठग लिए. ऐसे 5 ठगों को कफ परेड पुलिस थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
पुलिस के अनुसार, कफ परेड निवासी एक महिला अपने दो परिजनों के साथ महाकुंभ जाने की तैयारियों में जुटी थी. उक्त समूह हेलीकॉप्टर से महाकुंभ में जुटी भीड़ का दृश्य देखना चाहता था. इसलिए महिला ने 17 जनवरी 2025 को गूगल पर ‘महाकुंभ हेलीकॉप्टर राइड’ लिख कर जानकारी पाने का प्रयास किया. इस दौरान महिला को https://mahakumbhhelicopterservices- online नाम से एक लिंक (यूआरएल) दिखाई दिया. इस लिंक के साथ दिए गए मोबाइल नंबर क्रमांक 9124995182 पर संपर्क करने पर डिस्काउंट के साथ 26 लोगों के हेलीकॉप्टर राइड के लिए 60,652 शुल्क बताया. ठगो के झांसे में फंसी महिला ने उनके द्वारा भेजे गए क्यूआर कोड पर 60,652 रुपए ट्रांसफर भी कर दिए. ठगों ने पीड़ित महिला को बाद में टिकट भेजने का वादा किया था.
ऐसे खुला ठगी का राज
पैसा भेजने का बाद पीड़ित महिला को दाल में काला होने का शक हुआ. क्योंकि उनके द्वारा भेजा गया पैसा देश में हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध करनेवाली सरकारी कंपनी पवन हंस के खाते में जाने की बजाय सोनामुनि देवी नामक महिला के खाते में ट्रांसफर हुआ था. दिन भर इंतजार करने के बाद भी टिकट नहीं आया तो पीड़िता ने अगले दिन कथित हेलीकॉप्टर राइड प्रदाता यूआरएल पुनः सर्च करने का प्रयास किया. लेकिन वह लिंक नदारद दिखी. मोबाइल नंबर पर संपर्क करने पर ठग पीड़िता से गोलमोल बात करने लगे. इसी तरह कोलाबा निवासी 25 वर्षीय युवक के साथ https://mahakumbhhelicopterservices.com नामक वेब एड्रेस और मोबाइल नंबर 8828214096 के जरिए ठगी की गई. डीसीपी डॉ. प्रवीण मुंडे व एसीपी शिशिर काशिद के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संदीप विश्वासराव के नेतृत्व में पीआई जयदीप गायकवाड़ एवं साइबर टीम से जुड़े एपीआई अमित देवकर, पीएसआई रूपेश कुमार भागवत, प्रवीण रणदीव आदि ने दोनों मामलों की जांच शुरू की. तो मामले का बिहार कनेक्शन सामने आया.
नालंदा-बिहार शरीफ से बदमाशों का कनेक्शन
जांच अधिकारियों को पता चला कि ठगी का पैसा बिहार के बिहार शरीफ जिले के अलग अलग एटीएम निकाल लिया गया था. कफ परेड पुलिस की टीम ने बिहार शरीफ पहुंच कर विभिन्न एटीएम सेंटरों के सीसीटीवी फुटेज से पैसा निकालने वालों की तस्वीर हासिल की तथा उपलब्ध डाटा के तांत्रिक विश्लेषण करके बिहार शरीफ से नालंदा निवासी अविनाश कुमार उर्फ बिट्टू को हिरासत में लिया. पुलिसिया पूछताछ में बिट्टू ने फर्जी वेबसाइट बनाने की बात कबूल कर ली.
मुंबई से एयरटेल एजेंट गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि बिहार के नालंदा जिले के निवासी 28 वर्षीय मुकेश कुमार बृजेश कुमार महाकुंभ हेलीकॉप्टर राइड के नाम पर की गई इस ठगी का मास्टर माइंड था. मुकेश कुमार ने ठगी का पैसा ट्रांसफर करवाने के लिए बैंक अकाउंट और पैसा निकालने के लिए एटीएम कार्डों का इंतजाम भी किया था. जबकि 25 वर्षीय सौरभ कुमार रमेश कुमार (नालंदा) फोन पर ‘शिकार’ से बात करके बरगलाने का काम करता था. इसी तरह नालंदा के ही रहने वाले 21 वर्षीय अविनाश कुमार उर्फ बिट्टू ने एटीएम से पैसे निकाले थे. तो वहीं संजीत कुमार शैलेंद्र मिस्त्री ने ठगों के लिए मुंबईकरों के नाम के फर्जी सिम कार्डों का इंतजाम किया था. इस मामले में पुलिस ने अंधेरी पश्चिम स्थित जुहू गली निवासी सृष्टि बरनवाल को भी गिरफ्तार किया है. सृष्टि मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी एयरटेल में पीओएस एजेंट है तथा उसी ने ग्राहकों की आंखों में धूल झोंककर उनके डुप्लीकेट सिमकार्ड बायोमेट्रिक करवाए थे तथा उन्हें शैलेंद्र को दिए थे.
