नवी मुंबई. नवी मुंबई हवाई अड्डे की ओर जाने वाले मार्ग पर मिली 40 वर्षीय शख्स की हत्या की गुत्थी उलवे पुलिस ने सुलझा ली है. शराब पीकर रोज प्रताड़ित करने वाले पति से पत्नी छुटकारा पाना चाहती थी लेकिन पति तलाक देने के लिए तैयार नहीं हुआ. इस वजह से पत्नी ने पति की हत्या की थी. हैरानी की बात यह है कि इस वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी महिला ने अपने नाबालिग बेटे के साथ-साथ एक पुलिसकर्मी एवं एक ऑटो रिक्शा चालक की भी मदद ली थी.
मिली जानकारी के अनुसार, बीते सप्ताह उलवे पुलिस को एक शख्स की लाश नवी मुंबई एयरपोर्ट जानेवाले मार्ग के पास वहाल खाड़ी क्षेत्र में मिली थी. शव की शिनाख्त के प्रयास के दौरान पुलिस ने पाया कि मृतक का हुलिया उलवे निवासी गुमशुदा शख्स से मिल रहा है. उक्त शख्स की गुमशुदगी की शिकायत उसकी पत्नी ने दर्ज कराई थी. शिकायत में दर्ज गुमशुदा व्यक्ति के उलवे सेक्टर- 23, रेड्डी विला सोसाइटी स्थित घर जाने पर मृतक की पहचान सचिन मोरे होने की पुष्टि हो गई. सचिन के घर पहुंची पुलिस को पता चला कि वह वहां पत्नी रेशमा और 16 वर्षीय बेटे के साथ रहता था. पुलिस ने रेशमा को सचिन की मौत की जानकारी दी तो उसके चेहरे का रंग सफेद पड़ गया. उसके चेहरे पर सचिन की मौत के गम से ज्यादा पुलिस की पूछताछ का खौफ दिखाई दिया. क्योंकि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान ही रेशमा पुलिस को बरगलाने का प्रयास करने लगी. इस दौरान उसकी बातों में विसंगतियां होने से पुलिस को शक हो गया.
सीसीटीवी, पीएम रिपोर्ट से खुला राज
दाल में काला होने का एहसास होते ही पुलिस ने गंभीरता पूर्वक जांच शुरू की. घटना स्थल एवं मृतक सचिन के घर के पास के सीसीटीवी फुटेजों के अलावा पुलिस ने रेशमा के मोबाइल का कॉल डाटा भी निकलवाया. रेशमा के घर और जहां सचिन की लाश मिली थी वहां के फुटेजों से तालमेल बैठाकर पुलिस ने एक संदिग्ध ऑटो रिक्शा को चिन्हित किया तथा प्रथमेश म्हात्रे नामक ऑटो चालक को हिरासत में लिया. बाकी काम रेशमा की कॉल डिटेल और सचिन की पोस्ट मार्टम रिपोर्ट ने पूरा कर दिया. कॉल डिटेल से पता चला कि रेशमा एक शख्स से घंटों बात करती है. इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो रेशमा ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.
बेटे के लिए पति की हत्या
रेशमा ने पुलिस को बताया कि उसे प्रताड़ना सहने की आदि हो गई थी. लेकिन उनका बेटा रोज की प्रताड़ना बर्दाश्त नहीं कर पा रहता. इसलिए उसने एक बार खुदकुशी की कोशिश की. इससे रेशमा हिल गई. उसने सचिन से तलाक मांगा लेकिन वह उनका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं हुआ. बाद में उसने बेटे को समझाया और पति से हमेशा के लिए छुटकारा पाने का निर्णय ले लिया.
पति को दी कड़वी मौत
रेशमा ने पति की हत्या के लिए अपने परिचित पूर्व पुलिसकर्मी रोहित टेमकर एवं ऑटोरिक्शा चालक म्हात्रे से मदद मांगी. योजना के अनुसार, रेशमा को रोहित टेमकर ने नींद की गोली लाकर दी थी. 22 फरवरी को रेशमा ने करेले के जूस में नींद की ढेर सारी गोली डाल कर सचिन को पिला दी. जिसकी वजह से सचिन गहरी नींद में सो गया.
मौत सुनिश्चित करने के लिए घोंटा गला
रेशमा ने सोचा सचिन मर गया है और फिर वह रोहित की मदद से प्रथमेश की ऑटो रिक्शा में लाश को ठिकाने लगाने निकल पड़ी. लाश के साथ वो लोग बेलापूर, नेरूल, कलंबोली, करंजाडे के बीच काफी देर घूमते रहे. बाद में जेएनपीए से सटे मार्ग के पास वीरान जगह देख कर उन लोगों ने लाश फेंक दिया लेकिन इससे पहले सचिन जिंदा तो नहीं है, यह सुनिश्चित करने के लिए रेशमा ने दुप्पटे से सचिन का गला घोंटा और उसे मौत के घाट उतार दिया था.
प्रेम त्रिकोण भी आ सामने!
पुलिसिया जांच में पता चला है कि रेशमा जिस शख्स से फोन पर घंटों बात करती थी वह 26 वर्षीय पूर्व पुलिसकर्मी रोहित टेमकर ही था. पुलिस को यह भी पता चला है कि सचिन को तलाक देकर रेशमा, रोहित से शादी करना चाहती थी. लेकिन सचिन उस तलाक देने को तैयार नहीं हो रहा था. इसलिए रोहित के साथ मिलकर रेशमा ने सचिन के कत्ल की साजिश रची थी. इसमें प्रथमेश और रेशमा के बेटे ने भी मदद की थी. पुलिस ने रेशमा और प्रथमेश को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. बाद में बदलापुर में रहने वाले रोहित को भी सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ इलाके से गिरफ्तार कर लिया. तो वहीं रेशमा के 16 वर्षीय बेटे की इस कत्ल में भूमिका की पुलिस जांच कर रही है.