मुंबई. केंद्रीय जांच एजेंसी नसीबी की टीम ने विदेश से पढ़ाई करके मुंबई लौटे 6 ऐसे युवकों को गिरफ्तार किया है, जो मुंबई, महाराष्ट्र सहित पूरे देश में ड्रग्स बेचते थे. लंदन में रह रहा नवी मुंबई का एक युवक इस गैंग का मुखिया बताया जा रहा है. उसने लंदन से फ़िल्म एंड टेलीविजन का कोर्स किया है. जबकि वह क्रिमिनल साइकोलॉजी पढ़ाई कर चुका है. जांच एजेंसी ने गिरोह के पास से लगभग 200 करोड़ का ड्रग्स जब्त किया है. जबकि जांच अधिकारियों का दावा है कि लगभग दो वर्षों में यह गिरोह 1128 करोड़ रुपए से अधिक कीमत का मादक पदार्थ बेच चुका है.
देश की भविष्य यानी युवा पीढ़ी इन दिनों ड्रग्स का कारोबार करने वाले मौत के सौदागरों के निशाने पर है. हैरानी की बात यह है कि कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में अब उच्च शिक्षित लोग भी नशीले जहर के गैरकानूनी काम को रोजगार के रूप में अपनाने लगे हैं. ऐसा खुलासा केंद्रीय जांच एजेंसी ‘नसीबी’ की कार्रवाई में हुआ है.
लंदन से ऑपरेट होता है गिरोह
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इन दिनों ड्रग्स की तस्करी में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है. इसी मद्देनजर की जा रही जांच के दौरान एनसीबी की टीम ने उच्च शिक्षित ड्रग्स तस्करों के गिरोह का पर्दाफाश किया है. नवी मुंबई निवासी नवीन चिचकर इस गिरोह का मुखिया है. उच्च शिक्षित नवीन क्रिमिनल साइकोलॉजी की पढ़ाई कर चुका है और वह फिलहाल लंदन में रहता है.
अमेरिका से मंगाते थे खतरनाक ड्रग्स
विदेशों से मुंबई में आने वाली ड्रग्स के ओर छोर तलाशने के दौरान एनसीबी की टीम को पटेल नामक 30 वर्षीय हवाला ऑपरेटर की जानकारी मिली थी. पटेल, नवी मुंबई में रहने वाले माने नामक ड्रग्स ट्रेडर का पैसा लाने, ले जाने का काम करता था. बताया जा रहा है कि उच्च शिक्षित माने, मुंबई में नवीन के ड्रग्स कार्टेल का संचालक है. यह ड्रग्स कार्टेल कोकेन और हाइब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक विड (उच्च क्षमता वाला गांजा) में डील करता है. अमेरिका से आने वाले एयरकार्गो के ज़रिए ड्रग्स को मुंबई लाया जाता है. फिर यहां से इसे अलग-अलग राज्यों में भेजा जाता है. नवीन के कार्टेल की गिरोह में ज्यादातर उच्च शिक्षित युवक ही काम करते हैं. इनमें से 5 लोग विदेश में पढ़ाई कर चुके हैं.
अमीरों को ड्रग्स बेचता है गिरोह
बताया जा रहा है कि नवीन का कार्टेल सिर्फ अमीरों को ही ड्रग्स बेचता है. क्योंकि इस गिरोह से ड्रग्स खरीदना आम लोगों के लिए संभव नहीं है. यह गिरोह पिछले लगभग 2 वर्षों में करीब 80-90 किलो कोकेन बेच चुका है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 12-15 करोड़ रुपये प्रति किलो है. इसके अलावा गिरोह 2 वर्षों में करीब 60 किलो हाइब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक विड भी बेच चुका है, जिसकी कीमत करीब 80 लाख से एक करोड़ रुपए प्रति किलो बताई जा रही है. मामले की जांच में ये भी पता चला है कि आरोपी महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में ड्रग्स बेचने के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया व अन्य देशों में भी ड्रग्स की आपूर्ति करते थे.
नवीन की तलाश में जुटी जांच एजेंसियों
कारवाई में एनसीबी ने नवी मुंबई से 11.540 किलोग्राम उच्च श्रेणी का कोकीन, 4.9 किलोग्राम हाईब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक वीड, 200 पैकेट (5.5 किलोग्राम) कैनाबिस गमियां और 1,60,000 रुपए नकद बरामद किए हैं. जांच एजेंसी अब नवीन व उसके कार्टेल से जुड़े अन्य तस्करों की तलाश में जुट गई है.