मुंबई. महाराष्ट्र में त्योहारों की समृद्ध परंपरा है और राज्य सरकार के माध्यम से जनता के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आए. इस कामना के साथ महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को अपने परिवार व कार्यकर्ताओं के साथ होली का त्योहार धूमधाम से मनाया. कार्यकर्ताओं व महाराष्ट्र की जनता को होली की शुभकामनाएं देने के दौरान उन्होंने विपक्ष को भी होली की शुभकामनाएं देते सरकार की विकास यात्रा में शामिल होने का आव्हान किया.
परंपरा के अनुसार, उपमुख्यमंत्री शिंदे टेंभी नाका स्थित आनंद आश्रम पहुंचे और धर्मवीर आनंद दिघे के चित्र पर रंग अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद उन्होंने आनंद आश्रम में एकत्रित शिवसैनिकों और नागरिकों के साथ रंगोत्सव का आनंद लिया.
उपमुख्यमंत्री शिंदे ने अपने निवास पर मिलने आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के साथ ही वहां कार्यरत कर्मचारियों, सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को रंग लगाकर धूलिवंदन की शुभकामनाएं दीं. राज्य की महायुति सरकार विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से आम जनता के जीवन में खुशियों के सप्तरंग बिखेर रही है. राज्य की जनता के जीवन में सुख और समृद्धि आए, इसी भावना के साथ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यवासियों को धूलिवंदन की शुभकामनाएं दीं. डीसीएम शिंदे ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मॉरीशस सरकार द्वारा दिए गए सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिए बधाई दी और कहा कि उनके नेतृत्व में भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी है, जो प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है.
प्राकृतिक रंगों से ही मनाएं होली
ठाणे स्थित अपने निवास पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने परिवार के साथ प्राकृतिक रंगों से धुलिवंदन का पर्व मनाया. इस दौरान उनकी पत्नी लता, पुत्र सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, बहु वृषाली, पोता रुद्रांश, कार्यकर्ता, मीडिया प्रतिनिधि और पुलिस कर्मियों के साथ उन्होंने धुलिवंदन का उत्सव मनाया. उपमुख्यमंत्री ने सभी से यह पर्व पर्यावरण-संवेदनशील तरीके से मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि धुलिवंदन खेलते समय रासायनिक रंगों से बचना चाहिए और प्राकृतिक रंगों का ही इस्तेमाल करना चाहिए. पर्यावरण संतुलन बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि होली के अवसर पर महाराष्ट्र के सुख-समृद्धि से परिपूर्ण होने की कामना की गई थी.

