मुंबई. शुभमन गिल को टेस्ट क्रिकेट टीम का कप्तान बनाना टीम इंडिया के लिहाज से बहुत ही शुभ साबित हो रहा है. भले ही शुभमन की कप्तानी में लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टीम इंडिया को हरा दिया था लेकिन पहले मैच में शुभमन ने शानदार शतक लगाकर कप्तानी की जिम्मेदारी दिए जाने के निर्णय को सही साबित किया था. इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रही है. इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी है.
शुभमन गिल टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी पहली श्रृंखला में इंग्लैंड में रनों की बारिश करके दुनिया भर की टीमों को सख्त चेतावनी दे दी है. शुभमन ने दूसरे टेस्ट मैच में भी अपनी लय बरकरार रखा है. उन्होंने पहली पारी में दोहरा शतक लगाया तो वहीं दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में भी शतक ठोक कर कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा लिए हैं.
शुभमन ने पहली पारी में 269 रन बनाए तो वहीं उन्होंने दूसरी पारी में शतक बनाया. वह क्रिकेट के इतिहास में एक ही टेस्ट मैच में दोहरा शतक और शतक बनाने वाले दुनिया के नौवें और भारत के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. शुभमन से पहले सुनील गावस्कर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा ही किया था.
शुभमन ने एक मैच में कुल 350 से अधिक रन बना लिए हैं. इसमें एक दोहरा शतक और एक शतक शामिल था. इसके साथ ही वह इस उपलब्धि को हासिल करनेवाला भारत का पहला बल्लेबाज भी बन गया है. शुभमन से गावस्कर ने 1971 में विंडीज के खिलाफ एक मैच में कुल 344 रन बनाए थे. इस प्रकार शुभमन ने कप्तान के रूप में एक नया कीर्तिमान बनाया है. इसके साथ-साथ शुभमन ने इंग्लैंड के खिलाफ इस श्रृंखला के 2 मैचों में 4 पारियों में कुल 500 से अधिक रन बना लिया है और वह कप्तान के रूप में अपनी पहली श्रृंखला में सर्वाधिक स्कोर करने वाला पहला भारतीय बल्लेबाज भी बन गया है. उन्होंने विराट का 449 रनों कभी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इतना ही नहीं शुभमन से देश में एक टेस्ट मैच एक मैच में 300 से अधिक रन बनाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने. उन्होंने इंग्लैंड में 300 से अधिक रन बनाने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज होने का गौरव भी हासिल किया है.
