मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर दिशा सालियन खुदकुशी मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की एसआईटी ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र एवं शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) पार्टी के विधायक आदित्य ठाकरे को क्लीन चिट दे दी है. यह आदित्य के लिए बड़ी राहत तो वहीं बीजेपी और खासकर उसके मंत्री नितेश राणे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. हालांकि नितेश का अभी भी कहना है कि पिक्चर अभी बाकी है.
दिशा के पिता सतीश सालियन ने अपनी बेटी की मौत को खुदकुशी के बजाय रेप के बाद हत्या करार देते हुए मामले की सीबीआई दोबारा जांच के लिए कोर्ट में याचिका दायर की है. इस मामले में बीजेपी सांसद नारायण राणे और उनके मंत्री पुत्र नितेश व विधायक पुत्र निलेश प्रारंभ से आदित्य को कटघरे में खड़ा कर रहे थे. सतीश सालियन की याचिका के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी.
क्या कहा एसआईटी ने?
एसआईटी ने अदालत में पिछले महीने दाखिल किए गए हलफनामे में कहा कि दिशा सालियान ने फ्लैट की खिड़की से अपनी मर्जी से छलांग लगाई थी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृतक युवती पर यौन अत्याचार या शारीरिक हमले का किसी प्रकार का संकेत मिलने का कोई जिक्र नहीं है.
तनाव में थी दिशा
हलफनामे में कहा गया है कि दिशा अपने परिवार के साथ विवाद और कारोबारी परेशानियों के कारण काफी तनाव में थी. दिशा की 8 जून, 2020 को मुंबई के मालाड स्थित एक आवासीय इमारत की 14वीं मंजिल से गिरने के कारण मौत हो गई थी. तब शहर की पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु रिपोर्ट (एडीआर) दर्ज की थी. दायर हलफनामे में मालवणी पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक शैलेंद्र नागरकर ने कहा है कि घटना के समय दिशा नशे में थी और उसके साथ उस समय मौजूद उसके मंगेतर ने भी किसी भी तरह की साजिश या संदेह से इनकार किया है. नागरकर ने हलफनामे में कहा है कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों एवं गवाहों के बयानों से ये साबित होता है कि दिशा फ्लैट की खिड़की से खुद ही कूदी थी. हलफनामे में ये भी कहा गया है कि उसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी मौत को लेकर किसी भी तरह के संदेह व्यक्त नहीं किया गया है. सतीश सालियान ने अपनी याचिका में जो तर्क दिए गए, वो सब कपोल कल्पित और निराधार हैं. बल्कि पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट वैज्ञानिक जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर आधारित थी.
राऊत बोले नाक रगड़ कर माफी मांगो
एसआईटी की रिपोर्ट में आदित्य को मिली क्लीन चिट के बाद यूबीटी के सांसद और प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा है कि ये रिपोर्ट बेबुनियाद आरोप लगाने वालों के मुंह पर तमाचा है. इसके लिए सबसे पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और फिर सांसद नारायण राणे व उनके दोनों बेटों नितेश व नीलेश को नाक रगड़ कर माफी मांगनी चाहिए.
मामला अभी खत्म नहीं हुआ
बीजेपी नेता और मत्स्य पालन एवं बंदरगाह विकास मंत्री नितेश राणे ने कहा कि मामला अब भी अदालत में लंबित है. जो खबर बताई जा रही हैं, वह 17 जून के एसआईटी हलफनामे पर आधारित है. लेकिन दिशा के पिता ने इसे चुनौती देते हुए एक और हलफनामा दायर किया है. इसलिए मामला अभी खत्म नहीं हुआ है. नितेश राणे ने कहा कि एसआईटी रिपोर्ट पर अदालत की टिप्पणियों की अलग व्याख्या नहीं की जानी चाहिए. दिशा के पिता के आरोप गंभीर हैं और मामला विचाराधीन है. अगली सुनवाई 16 जुलाई को होनी है. कानितेश ने अभिनेता शाहरुख खान की एक फिल्म का लोकप्रिय डायलॉग ‘पिक्चर अभी बाकी है’ दोहराते हुए विश्वास व्यक्त किया कि दिशा को न्याय मिलेगा. इस संबंध में दायर ठाकरे की मानहानि की याचिका पर उन्होंने कहा कि मैं इसका स्वागत करता हूं. अदालत में सच्चाई सामने आनी चाहिए.