आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी एकदिवसीय इंटर नेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट के तहत दुबई में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ टीम इंडिया ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है. महत्वपूर्ण यह है कि रविवार को मिली जीत के साथ टीम इंडिया ने 12 साल के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दोबारा जीता है. तो वहीं टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के साथ अपना 25 साल पुराना हिसाब भी बराबर कर लिया. इससे पहले चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में इंडिया और न्यूजीलैंड का मुकाबला वर्ष 2000 में हुआ था. तब न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को हरा दिया था. टीम इंडिया के लिहाज से चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की एक और खास बात यह रही कि इस पूरे टूर्नामेंट में रोहित सेना अजेय रही. इस टूर्नामेंट के पहले मैच में रोहित सेना ने पहले बांग्लादेश फिर पाकिस्तान और बाद में न्यूजीलैंड को लीग मैचों में हराया था. सेमी फाइनल में टीम इंडिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से हुआ था, जिसमे रोहित सेना विजई हुई थी. इस तरह से टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को दो बार हराया है. उल्लेखनीय ये भी है कि टीम इंडिया ने लगभग सभी मुकाबले एकतरफा रहे. पूरी स्पर्धा में कोई भी टीम भारतीय टीम को टक्कर देती नहीं दिखी.
बात करें रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले की तो न्यूजीलैंड के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया था. उनकी शुरुआत अच्छी रही कीवी टीम के बल्लेबाजों ने भारत के प्रमुख गेंदबाज मोहम्मद शमी की जबरदस्त धुनाई की लेकिन फिरकी गेंदबाजों के मोर्चा संभालने के साथ ही पासा पलट गया. डेरिल मिचेल 63 और माइकल ब्रेसवेल की 40 गेंद में 53 रनों की पारी की बदौलत न्यूजीलैंड 251 रनों बनाने में सफल हुई. हालांकि ये स्कोर थोड़ा कम साबित हुआ. यदि न्यूजीलैंड की टीम 25 से 30 रन और जोड़ ली होती तो टीम इंडिया मुश्किल में पड़ सकती थी. क्योंकि 252 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत थोड़ी खराब रही. बल्लेबाजी के दौरान एक तरफ रोहित जहां तेजी से रन बना रहे थे वहीं शुभमन गिल परेशान दिखे. इसका लाभ उठाते हुए कीवी गेंदबाजों ने गिल को जमने का मौका ही नहीं दिया. मुश्किल से रन जोड़ रहे गिल 31 रन बनाकर आउट हो गए. हालांकि की उस दौरान रोहित और गिल के बीच 105 रनों की शतकीय भागीदारी हो गई थी. गिल की जगह बल्लेबाजी के लिए आए रन मशीन विराट कोहली भी एक रन बनाकर रचित रविन्द्र की गेंद पर पगबाधा आउट करार दिए गए. इससे नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आए श्रेयस अय्यर दबाव में आ गए. रोहित और अय्यर दोनों संभल कर बल्लेबाजी करने लगे तो रन की रफ्तार बेहद धीमी हो गई. दबाव बढ़ने पर रोहित ने हाथ खोलने की कोशिश की लेकिन वह 76 रनों के व्यक्तिगत स्कोर पर विकेट कीपर द्वारा स्टंप आउट किए गए. इसके बाद श्रेयस अय्यर भी 48 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन आखिरी ओवरों में हार्दिक पांड्या ने 18 रन की छोटी लेकिन बेहद महत्वपूर्ण पारी खेली. केएल राहुल ने भी 34 रनों का अतुलनीय योगदान दिया.2000 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को हराकर ही न्यूजीलैंड ने खिताब जीता था. साल 2000 में जब दोनों टीमों का फाइनल मैच हुआ तब सौरव गांगुली ने भारत के लिए 117 रनों की शतकीय पारी खेली थी. मगर क्रिस केर्न्स की नाबाद 102 रनों की पारी भारतीय टीम पर भारी पड़ी थी. इस बार दुबई में कोई शतक तो नहीं लगा, लेकिन रवींद्र जडेजा ने चौके के रूप में विनिंग शॉट लगाकर भारत की जीत सुनिश्चित की.

वर्ष 2000 में जीता था न्यूजीलैंड
2000 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को हराकर ही न्यूजीलैंड ने खिताब जीता था. साल 2000 में जब दोनों टीमों का फाइनल मैच हुआ तब सौरव गांगुली ने भारत के लिए 117 रनों की शतकीय पारी खेली थी. मगर क्रिस केर्न्स की नाबाद 102 रनों की पारी भारतीय टीम पर भारी पड़ी थी. इस बार दुबई में कोई शतक तो नहीं लगा, लेकिन रवींद्र जडेजा ने चौके के रूप में विनिंग शॉट लगाकर भारत की जीत सुनिश्चित की.
तीसरी बार भारत बना विजेता
तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है. अब भारत चैंपियंस ट्रॉफी को सबसे ज्यादा बार जीतने वाला देश भी बन गया है. बताते चलें कि ऑस्ट्रेलिया ने भी 2 बार चैंपियंस ट्रॉफी जीती है. भारत ने 2002 में श्रीलंका के साथ चैंपियंस ट्रॉफी साझा की, फिर 2013 में एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने ट्रॉफी जीती थी. अब 2025 में न्यूजीलैंड को 5 विकेट से हराकर भारत तीसरी बार चैंपियनों का चैंपियन बना है.