इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया को तीसरे टेस्ट मैच में शर्मनाक शिकस्त झेलनी पड़ी है. क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर टीम इंडिया को इंग्लैंड पर जीत हासिल करने के लिए चौथी पारी में महज 193 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन पूरी भारतीय टीम महज 170 रन ही बना सकी. इस जीत के साथ इंग्लैंड की टीम ने श्रृंखला में 2/1 की बढ़त बना ली है.
लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया तीसरा टेस्ट मैच भारत के बल्लेबाज कभी भी भूल नहीं पाएंगे. इस मैच में जीत के लिए टीम इंडिया को 193 रन बनाने थे लेकिन इंग्लैंड की टीम ने मुकाबला 22 रनों से जीत लिया. मैच में टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने के दौरान इंग्लैंड के पल्लेबाजों ने पहली पारी में 387 रन बनाए थे. इसके बाद बल्लेबाजी करने आए भारतीय बल्लेबाज भी 387 रन ही बना पाए. दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाज 192 रन ही बना सके. इसमें जैक क्रॉली ने 22 रन, डकेट ने – 12, ओली पोप – 4, जो रूट – 40, हैरी ब्रूक – 23, कप्तान स्टोक्स – 33, जेमी स्मिथ – 8 और क्रिस वोक्स ने 10 रनों का योगदान दिया. भारत की ओर से वाशिंगटन सुंदर ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए. तो वहीं मोहम्मद सिराज और जसप्रित बुमरा ने 2-2 विकेट जबकि नितीश कुमार रेड्डी तथा आकाशदीप ने 1-1 विकेट झटके.
जाेफ्रा ने छीना मैच
भारत को मैच जीतने के लिए दूसरी पारी में 193 रनों की जरूरत थी. भारत की ओर से यशस्वी जैसवाल और के. एल. राहुल ने पारी की शुरुआत की. लेकिन शुरुआत अच्छी नहीं रही. यशस्वी ने जोफ्रा आर्चर की गेंद पर एक अनावश्यक शॉट खेलने का प्रयास किया और अपना विकेट अपनी ही गलती की वजह से गंवा दिया. यशस्वी खाता खोले बगैर ही पैवेलियन में वापस लौट गया. इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा. पहली सफलता के बाद जाेफ्रा का जोश सातवें आसमान पर पहुंच गया. दूसरी तरफ यशस्वी के आउट होने के बाद, करुण नायर और के. एल. राहुल ने कुछ महत्वपूर्ण रन जोड़े लेकिन करुण नायर को 14 रन पर आउट होने की वजह से वापस लौटना पड़ा. इसके बाद आए कप्तान शुभमन गिल भी सस्ते में निपट गए. जबकि चौथे दिन का खेल समाप्त होने से पहले नाइट वॉचमैन के रूप में आए आकाश दीप भी 1 रन बना कर आउट हो गए. लेकिन सोमवार को पांचवें दिन भारतीय बल्लेबाजों ने जोफ्रा आर्चर की रफ्तार के आगे घुटने टेक दिए. ऋषभ पंत 9 रन तो वहीं केएल राहुल 39 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद वाशिंगटन सुंदर अपना खाता नहीं खोल सके. हालांकि जडेजा ने नितीश कुमार रेड्डी के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की. रेड्डी के आउट होने के बाद जडेजा ने जसप्रित बुमरा और मोहम्मद सिराज के साथ मिलकर पारी को संभालने का प्रयास किया. लेकिन अंत में सिराज के आउट होने की वजह से जडेजा भारत को जीत दिलाने में नाकाम हुए.
