मुंबई. वैश्विक महिला दिवस शनिवार को पूरे देश में पूरे उत्साह से मनाया गया. इस अवसर पर सामाजिक जीवन में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए हर महिला को प्रोत्साहित करने के मकसद से विभिन्न स्तरों पर विविध भूमिका निभाने वाली महिलाओं का अभिनंदन व सत्कार किया गया. ऐसा ही एक कार्यक्रम मुंबई के वाकोला पुलिस स्टेशन में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में महिलाओं की हौसलाफजाई के लिए जोन 8 के डीसीपी मनीष कलवानिया ने प्रत्यक्ष वाकोला पुलिस स्टेशन पहुंचे. डीसीपी कलवानिया ने महिलाओं के माध्यम से क्षेत्र की जनता से मुश्किल घड़ी में 100 नंबर पर कॉल कर करने का आव्हान किया और विश्वास दिलाया कि 5 मिनट में पुलिस आपकी मदद के लिए पहुंच जाएगी.
बता दें कि मुंबई पुलिस के आयुक्त विवेक फणसलकर के निर्देश पर मुंबई के सभी पुलिस थानों में प्रत्येक शनिवार को शिकायत निवारण दिन आयोजित किया जाता है. लेकिन 8 मार्च को वैश्विक महिला दिवस होने की वजह से शनिवार को महिला व वरिष्ठ नागरिक विशेष शिकायत निवारण दिन का आयोजन मुंबई के पुलिस थानों में किया गया. वाकोला पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रकाश खांडेकर की अगुवाई में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र की महिलाओं ने बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराई. इस दौरान महिलाओं ने जरूरत के समय वाकोला पुलिस के पुलिसकर्मियों से मिली मदद, सहयोग और समर्थन का बखान डीसीपी कलवानिया के समक्ष किया. इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पीआई अमर पाटिल, अनिल मुले, प्रवीण खराड़े सहित वाकोला पुलिस थाने के तमाम महिला, पुरुष पुलिसकर्मियों ने सराहनीय योगदान दिया.

महिलाओं को दी हेल्पलाइन नंबर 103 की जानकारी
कार्यक्रम में डीसीपी कलवानिया ने महिलाओं के लिए खासतौर पर शुरू किए गए हेल्पलाइन नंबर 103 की जानकारी महिलाओं को दी. उन्होंने कहा कि आमतौर पर 100 नंबर पर कॉल करने से पुलिस 6 मिनट में पीड़ित की मदद के लिए पहुंच जाती है. हम इस समय को और घटा कर 5 मिनट करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन यदि कोई पीड़ित महिला 103 नंबर हेल्पलाइन पर कॉल करेगी तो पुलिस महकमा उसे ज्यादा गंभीरता से लेते हुए पीड़ित के पास और जल्दी पहुंचने तथा मदद करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने ने उपस्थित महिलाओं से 103 नंबर हेल्पलाइन की उपयोगिता के बारे में क्षेत्र की तमाम महिलाओं को जानकारी देने की अपील की. इस मौके पर वाकोला पुलिस ने 103 हेल्पलाइन नंबर से संबंधित पोस्टर भी बांटे.

मदद मिली तो भयमुक्त हुई गुड़िया
कार्यक्रम में वाकोला पुलिस स्टेशन अंतर्गत आने वाले बिट क्रमांक 3 क्षेत्र की पुलिस मोहल्ला कमेटी की सदस्य छाया प्रभाकर जवांजले ने बताया कि कुछ समय पहले वाकोला पुलिस की ‘पुलिस दीदी’ कालीना इलाके में बच्चियों को ‘गुड टच, बैड टच’ के बारे में समझा रही थी. उस दौरान एक छात्रा बेहद डरी हुई नजर आई. विश्वास में लेकर पूछने पर छात्रा ने बताया कि स्कूल आने-जाने के दौरान एक फूल विक्रेता उसे ठीक उसी तरह से बैड टच करता है, जैसे पुलिस दीदी ने अभी समझाया है. बच्ची इस बारे में अपनी मां को बताया था. लेकिन मां ने बेटी का यौन शोषण करने वाले को सबक सिखाने के बजाय समाज में बदनामी, पुलिस का झमेला आदि की दुहाई देते हुए मुंह बंद रखने तथा रास्ता बदल कर स्कूल आने-जाने की सलाह दी थी. लेकिन पुलिस दीदी ने पीड़ित बच्ची की पहचान उजागर किए बगैर उस कुकर्मी फूल विक्रेता को जबरदस्त सबक सिखाया.
