मुंबई. विवाहेत्तर संबंधों के कारण कत्ल की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं. इस बार मामला मुंबई से सामने आया है, जहां एक 40 वर्षीय शख्स अपनी बीवी की बेवफाई का शिकार बन गया. बीवी को उसके नाजायज संबंध के लिए टोकने की वजह से उसे अपनी जान गंवानी पड़ी. लेकिन मृतक की मासूम बेटी ने अपनी बेवफा मां का राजफाश कर दिया.
हत्या का यह सनसनीखेज मामला मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र
गोरेगांव-पूर्व स्थित आरे कॉलोनी के एकता नगर बस्ती से सामने आया है. बस्ती के सेक्टर 31में 40 वर्षीय भरत अहीरे अपनी 35 वर्षीय पत्नी राजश्री और 13, 5 और 3 वर्षीय तीन बेटियों के साथ रहता था. भरत पेशे से मेकअप आर्टिस्ट था. बताया जा रहा था कि राजश्री का चंद्रशेखर पदयाची नामक शख्स से प्रेम संबंध चल रहा था. करीब महीनेभर पहले भरत को राजश्री और चंद्रशेखर के प्रेम संबंधों की भनक लग गई थी. भरत ने समझाने का प्रयास किया तो राजश्री झगड़ा करने लगी. वह भरत पर ही बेवजह प्रताड़ित करने का आरोप लगाने लगी.
पति को पिटते देखती रही
चंद्रशेखर से राजश्री अपने संबंध खत्म करने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी. इस वजह से घर में कलह शुरू हो गई थी. अपनी हरकतों से बाज आने की बजाय राजश्री ने चंद्रशेखर से भरत की शिकायत कर दी. दूसरी तरफ पत्नी को समझाने में नाकाम रहे भरत ने चंद्रशेखर को फोन करके समझाने का प्रयास किया तो 15 जुलाई 2025 की रात उसने घर से कुछ दूरी पर स्थित सार्वजनिक शौचालय के पास भरत को मिलने के लिए बुला लिया. भरत घर से निकला तो उसके पीछे राजश्री भी शौचालय के पास पहुंच गई. वहां चंद्रशेखर अपने दोस्त रंगा के साथ खड़ा था. बातचीत के दौरान उनके बीच बहस होने लगी तो रंगा ने लपक कर भरत को पीछे से दबोच लिया. उसके बाद चंद्रशेखर, भरत के छाती पर लगातार मुक्के बरसाने लगा. रंगा की मजबूत पकड़ के कारण बेबस भरत बुरी तरह से पिटता रहा. उस दौरान राजश्री वहां चुपचाप खड़ी रही. भरत की चीख सुनकर आसपास के लोग वहां आते दिखे तो चंद्रशेखर और रंगा मौके से भाग गए. घर के पास खड़ी भरत की बड़ी बेटी ने इस पूरी वारदात को देख लिया था.
अधमरा हो गया था भरत
सीने पर लगी गंभीर चोटों के कारण भरत की हालत बेहद खराब हो गई थी. लेकिन राजश्री उसे इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जाने की बजाय घर लेकर चली गई. उसने डरा कर भरत को भी घर में चुपचाप घर में ही रहने को मजबूर कर दिया था. अधमरी अवस्था में वह तीन दिनों तक घर में दर्द से तड़पता रहा. बाद में उसे खून की उल्टी होने लगाई. राजश्री फिर भी उसे डॉक्टर के पास नहीं ले गई. वह उसके मरने का इंतजार कर रही थी. दूसरी तरफ पिता की हालत देख कर चिंतित हुई बेटी ने भरत के रिश्तेदारों को उसकी बिगड़ती तबियत की खबर दे दी. जिसके बाद भरत की भाभी ने उसे मालाड के पठानवाड़ी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
बताई एक्सीडेंट की झूठी कहानी
राजश्री ने भरत की भाभी और डॉक्टरों को बाइक के एक्सीडेंट में घायल होने की झूठी कहानी सुनाई. राजश्री की धमकियों और बेटियों के भविष्य की चिंता से डरे भरत ने भी डॉक्टरों एवं पुलिस को एक्सीडेंट की झूठी कहानी बताई. लेकिन डॉक्टरों को एक्सीडेंट की कहानी पर विश्वास नहीं हुआ. डॉक्टरों ने भांप लिया था कि भरत को बुरी तरह से पीटा गया है. उस पर भरत और राजश्री ये नहीं बता पाए कि एक्सीडेंट कब, कहां और कैसे हुआ? इसलिए डॉक्टरों की सलाह पर पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू की. राजश्री के साथ-साथ रिश्तेदारों, पड़ोसियों से पूछताछ की गई. लेकिन पुलिस के लिए सबसे ज्यादा मददगार हुई भरत की बेटी की गवाही. बेटी की गवाही की वजह से पुलिस ने राजश्री को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि चंद्रशेखर और रंगा फरार बताए जा रहे हैं.
