मुंबई. सफाई के नाम पर भोले-भाले लोगों को लूटनेवाले क्लीन अप मार्शल अब मुंबई की सड़कों पर नजर नहीं आएंगे. बृहन्मुंबई महानगरपालिका के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग और ‘स्वच्छ मुंबई मिशन’ के तहत मुंबई में सार्वजनिक स्वच्छता की निगरानी के लिए ‘क्लीन अप मार्शल’ पहल के तहत नियुक्त प्रतिनिधियों और संबंधित संगठनों की सेवाएं 4 अप्रैल, 2025 से समाप्त कर दी गई हैं. मनपा प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि 4 अप्रैल, 2025 के बाद कोई ‘क्लीन अप मार्शलों’ उनसे जुर्माना मांगता है, तो वे बृहन्मुंबई महानगरपालिका के विभागीय नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें. नागरिक इसके लिए मनपा के डिवीजनल कंट्रोल रूम से 022-23855128 और 022-23877691 (एक्सटेंशन नंबर 549/500) पर संपर्क कर सकते हैं.
मुंबई मनपा ने महानगर के सभी 25 मनपा वार्डों से क्लीन अप मार्शलों को हटाने का निर्णय लिया है. शहर की सार्वजनिक स्वच्छता को बढ़ावा देने और सुधारने के मकसद से मार्शलों की नियुक्ति मनपा ने की थी. सार्वजनिक स्थानों पर अवैध रूप से कूड़ा फेंकने, थूकने वालों के खिलाफ मनपा के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन उपनियम, 2006 के तहत निर्दिष्ट दंड वसूलने की जिम्मेदारी इन मार्सलों की दी गई थी. लेकिन कालातंर में मार्शलों के खिलाफ भोलभाले लोगों से मारपीट, जबरन वसूली करने शिकायतें बढ़ने लगी. अत: मनपा प्रशासन ने मार्शलों को हटाने का निर्णय लिया है.
दूसरी बार हटाए गए मार्शल
गौरतलब हो कि ऐसा पहली बार नहीं है जब मनपा ने क्लीन अप मार्शल को हटाया है. इससे 2007 में शुरू की गई क्लीन अप मार्शल योजना को 2011 में भी बंद किया गया था. लेकिन 2016 में नई शर्तों के साथ फिर से मार्शल मुंबई की सड़कों एवं सार्वजनिक जगहों पर तैनात किए गए.
कोविड़ काल में किया था सराहनीय कार्य
कोविड-19 महामारी के दौरान, मार्शलों को सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के लोगों पर जुर्माना लगाने का काम भी सौंपा गया था. इस अवधि के दौरान, मार्शलों ने 35 लाख से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाया और लगभग 80 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया.