मराठी फिल्म इंडस्ट्री की बोल्ड और ब्यूटीफुल अभिनेत्री सई ताम्हणकर अपनी खूबसूरती और उम्दा अभिनय क्षमता के साथ-साथ अपनी बेबाकी लिए भी इंडस्ट्री में मशहूर हैं. वैसे तो सई मराठी के साथ-साथ बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी अपने हुस्न और अदाओं का जलवा बिखेर चुकी हैं. लेकिन उन्हें मराठी फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम माना जाता है. यही वजह है कि कई फिल्में फ्लॉप होने बाद भी न ही सई कभी विचलित होती हैं और नहीं उनके फैन कभी फ्लॉप फिल्मों की परवाह करते हैं. सई की अनेक फिल्मों में से एक मराठी फिल्म ‘बाबुरावला पकडा’ भी फ्लॉप हुई थी. लेकिन सई को इसका कोई पश्चाताप नहीं है. एक साक्षात्कार के दौरान सई ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैंने ऐसी कोई फिल्म की है, जिससे मुझे ऐसा महसूस हो, ओह, मुझसे गलती हो गई. फिल्म ‘बाबूरावला…’ इसका बेहतरीन उदाहरण थी. इस फिल्म के फ्लॉप होने की दो वजह हैं, पहली ये कि फिल्म का शीर्षक गलत था और दूसरी ये कि फिल्म कथा पटकथा औसत थी. फिर भी फिल्म के लिए हां बोलने के पीछे मेरा स्वार्थ छिपा था. और स्वार्थ यह था कि पहली बार मुझे फिल्म की शूटिंग के सिलसिला में भारत से बाहर जाने का मौका मिला था. मैं पहली बार बैंकॉक गई और वह 19 दिनों का टूर था. इसलिए मुझे कोई पछतावा नहीं है.
सई का प्रोफाइल
वर्क फ्रंट की बात करें तो सई, ‘हंटर’, ‘अग्नी’, ‘दुनियादारी’, ‘मिमी’, ‘तू ही रे’, ‘वजनदार’, ‘टाइम प्लीज’, ‘बालक-पालक’, ‘क्लासमेट्स’ जैसी कई हिंदी और मराठी फिल्म काम कर चुकी. इसके साथ साथ वह ‘महाराष्ट्राची हास्यजत्रा’ कार्यक्रम की जज भी हैं.