मुंबई. मुंबई मेट्रो रूट-4 (वडाला-कासारवडवली) परियोजना के निर्माण में 5 साल की देरी होने के कारण इसकी लागत में 1274.80 करोड़ रुपए की भारी वृद्धि हो गई है. यह मुंबई के विकास के लिए एक बड़ा झटका है। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली द्वारा आरटीआई के माध्यम से बताई गई इस जानकारी ने एमएमआरडीए के मेट्रो प्रशासन की ढिलाई और परियोजना प्रबंधन की कमी को उजागर किया है।
गलगली ने मेट्रो परियोजना कार्यान्वयन शाखा से विभिन्न जानकारी मांगी थी। मेट्रो परियोजना कार्यान्वयन शाखा ने उन्हें बताया कि मुंबई मेट्रो लाइन- 4 वडाला-कासारवडावली का काम 12 अप्रैल 2018 को RInfra-ASTALDI और CHEC-TPL को सौंपा गया था। वडाला से कासारवडवली मेट्रो रूट 4 यह 32.32 किमी लंबा एलिवेटेड रूट है। यह रूट मौजूदा ईस्टर्न एक्सप्रेस रोडवे, सेंट्रल रेलवे, मोनोरेल, मौजूदा मेट्रो रूट 2बी (डीएन नगर से मंडाले), मेट्रो रूट 5 (ठाणे से कल्याण), मेट्रो रूट 6 (स्वामी समर्थनगर से विक्रोली) के बीच इंटरकनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इस रूट पर कुल 30 स्टेशन हैं। काम जुलाई 2021 तक पूरा होने की उम्मीद थी। अब नई डेडलाइन अगस्त 2026 है।

दंडात्मक कार्रवाई जरूरी
गलगली ने परियोजना की लागत बढ़ने और समय पर काम पूरा नहीं होने के कारण दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। मुंबई मेट्रो लाइन-4 वडाला-कासारवडावली परियोजना की निर्माण की अपेक्षित लागत 2632.25 करोड़ थी। अब इसमें 1274.80 करोड़ की उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। लागत में वृद्धि और 5 साल की देरी को देखते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई है। गलगली ने मांग की है कि खर्च में बढ़ोतरी के लिए सरकार और एमएमआरडीए को जिम्मेदारी निश्चित की जाए।

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