मुंबई. मुंबई में मानसून पूर्व नालों की सफाई और सड़कों के कंक्रीटीकरण के लिए निर्धारित 31 मई की डेड लाइन तेजी से करीब आ रही है. इसी के साथ मनपा अधिकारी और ठेकेदार भी काम को तेजी से पूरा करने के प्रयासों में जुट गए है. लेकिन अधिकारियों एवं ठेकेदारों के प्रयास महज दिखावा है तथा खासकर नाला सफाई काम में भरी गड़बड़ी चल रही है, ऐसा खुलासा शुक्रवार को एआई ने मुंबई उपनगर के पालक मंत्री एड आशीष शेलार की मौजूदगी में किया.
उपनगरीय पालक मंत्री आशीष शेलार ने शुक्रवार को मुंबई के उपनगरीय इलाकों में चल रहे नाला सफाई कार्य का जायजा लिया. समीक्षा के दौरान एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. एआई (आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस) से किए गए विश्लेषण में निकाले गए कीचड़ 40 प्रतिशत की हेरफेर का पता चला है. मंत्री शेलार ने डाटा का विश्लेषण करके शर्तों के अनुरूप ठेकेदार से शत प्रतिशत काम करवाने का निर्देश मनपा आयुक्त भूषण गगरानी को दिया है.
घाटकोपर से शुरू किया दौरा
मंत्री शेलार बुधवार से मुंबई के उपनगरीय इलाकों में नाला सफाई कार्य की प्रगति का जायजा लेने के लिए प्रत्यक्ष मौके पर पहुंच रहे हैं. शुक्रवार को सुबह शेलार घाटकोपर बस डेपो के पास स्थित लक्ष्मी नगर नाले का मुआयना करने पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने एपीआई नाला, उषा नगर नाला, माहुल नाला, माहुल क्रीक क्षेत्र और खारू क्रीक में सफाई काम का निरीक्षण किया. इस अवसर पर विधायक मिहिर कोटेचा, पूर्व गुट नेता भालचंद्र शिरसाट, प्रभाकर शिंदे, विपक्षी नेता रविराजा, भाजपा पदाधिकारी विनायक कामत, पूर्व पार्षद रितु तावड़े, संबंधित विभाग के अधिकारी और स्थानीय कार्यकर्ता उपस्थित थे.

एआई तकनीक से कीचड़ मापने की मांग
बीजेपी नेता और मंत्री आशीष शेलार मुंबई के सीवरों से निकलने वाले कीचड़ की मात्रा को मापने के लिए प्रौद्योगिकी (एआई) के उपयोग की मांग वर्षों करते रहे हैं. मनपा अधिकारियों ने शुक्रवार को उन्हें बताया कि इस साल मनपा एआई के माध्यम से गाद काआपन तथा अन्य कार्यों की मैपिंग कर रही है.
ऐसे हुआ गड़बड़ी का खुलासा
एआई की मदद से गाद मापन के बारे में पूछे जाने पर अधिकारियों ने मंत्री शेलार को कुछ वीडियो दिखाए. बारीकी से विश्लेषण करने पर पता चला कि गाद ढुलाई की प्रत्येक फेरी के दौरान गुजरने वाले डंपर से सीवेज से कुछ कीचड़ गिर रहा है. वीडियो में कीचड़ गिरने वाले स्थान को एआई के माध्यम से स्कैन किया गया. इस दौरान ढुलाई के 40, 000 से अधिक फेरों में कुछ फेरों के अलग अलग कोणों कई वीडियो बनाकर साझा किए जाने का फर्जीवाड़ा सामने आया. एक अनुमान के अनुसार, 17,000 से अधिक बार इसी तरह के वीडियो साझा किए जाने का अनुमान है. ऐसा भी शक है कि कीचड़ की बजाय भवन निर्माण से निकलने वाले अवशेष या मिट्टी भी गाद में शामिल की गई होगी. इसीलिए नाले में अभी भी मौजूद गाद है. इसलिए मंत्री शेलार ने कीचड़ में गड़बड़ी और बिल का विश्लेषण करने का निर्देश अधिकारियों को दिया है.

कई नालों की सफाई पर सवाल
दौरे के दौरान शेलार ने भांडुप में एपीआई नाला और उषा नगर नाले का निरीक्षण किया. उषा नगर नाला एक रेलवे पुल के नीचे से गुजरता है. इस नाले के कारण कांजुरमार्ग और भांडुप रेलवे स्टेशनों की बीच पटरियों पर पानी भरता है. पुल का निर्माण और नाले को गहरा करने का काम 2020 में शुरू किया जाना, लेकिन पुल को तोड़ने का काम अब शुरू किया गया है. अब लगभग 15 दिन और शेष हैं, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि पुल को कब तोड़ा जाएगा और नाले का निर्माण कब किया जाएगा? इसी तरह माहुल नाले का काम सिर्फ 10 से 15 फीसदी ही पूरा हुआ है. जबकि खारु क्रीक पर अभी तक काम शुरू ही नहीं हुआ है. नाला गाद और प्लास्टिक के कचरे से पटा पड़ा है. साथ ही इस नाले की दीवारों का निर्माण भी नहीं किया गया है. मंत्री आशीष शेलार ने इस काम को तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया. उन्होंने विश्वास दिलाया कि मैं व्यक्तिगत तौर पर इसमें हस्तक्षेप करके काम पूरा करने पर जोर दूंगा.

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