मुंबई. महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र का समापन बुधवार को राष्ट्रगान के साथ हुआ. इस मौके पर ऊपरी सदन विधान परिषद में सभापति प्रो. राम शिंदे और विधान सभा में अध्यक्ष एड. मिलिंद नार्वेकर ने कहा कि अगला सत्र मुंबई स्थित विधान भवन में 30 जून 2025 को आयोजित किया जाएगा.
16 दिनों का था सत्र
बजट की शुरुआत 3 मार्च से हुई थी और समापन बुधवार 26 मार्च को हुआ. इस दौरान कुल 16 दिनों तक प्रतिदिन औसतन 9 घंटे 7 मिनट के हिसाब से कुल 146 घंटों तक सदन की कार्रवाई चली. इसमें विधान सभा में अधिकांश सदस्यों की उपस्थिति 91.84 फीसदी रही तो वहीं औसत उपस्थिति 83.55 फीसदी तक रही. इसी तरह विधान परिषद में प्रतिदिन 7.13 घंटे के औसत हिसाब से 115.36 घंटे कामकाज चला. सभापति शिंदे ने बताया कि परिषद में अधिकांश सदस्यों की उपस्थिति 91.67 फीसदी रही. जबकि औसत उपस्थिति 83.65 फीसदी रही.
ऐसा रहा कामकाज का स्वरूप
विधानसभा में 9 पुनर्स्थापित सरकारी विधेयक पेश किए गए, जिनमें से 9 विधेयक पारित किए गए. साथ ही, सदन में नियम 293 के तहत प्राप्त सुझावों की कुल संख्या 5 थी और 5 सुझावों को स्वीकार कर लिया गया. स्वीकृत सुझावों पर चर्चा की गई. सत्र में सहयोग के लिए अध्यक्ष नार्वेकर ने सभी सदस्यों का आभार माना. इसी तरह विधान परिषद में 3 सरकारी विधेयक पेश और पारित किए गए. तो वहीं विधानसभा ने चार विधेयक पारित किए. जबकि कुल 5 धन विधेयक बिना किसी सिफारिश के विधानसभा को वापस कर दिए गए. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बाद में आयोजित पत्रकार परिषद में कहा कि विधानमंडल के बजट सत्र में कुल 12 महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए. इस मौके पर सभापति प्रो. शिंदे ने कहा कि विधान परिषद में प्रश्नकाल में अधिकतम प्रश्नों के साथ न्याय करना आवश्यक था. तदनुसार, उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि सत्र में प्रश्नकाल के दौरान प्रश्नों की संख्या औसत से अधिक देखी गई. सत्र में ‘विश्व महिला दिवस’ और ‘पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर के त्रि-शताब्दी वर्ष’ पर पेश किए गए प्रस्ताव पर चर्चा की गई तो वहीं भारतीय गणराज्य के 75वें अमृत महोत्सवी वर्ष के उपलक्ष्य में ‘भारत के संविधान के अमृत महोत्सवी सफर’ विषय पर भी चर्चा आयोजित की गई.

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