मुंबई. कांदिवली के साईंबाबा नगर में ज़मीन मालिक नानूभाई भट्ट को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (मनपा) से पूरे क्षेत्र के विकास की मंज़ूरी मिली थी. वर्ष 1978-80 के दौरान, इन 18 प्लॉटों में से 8 प्लॉट मनपा ने अधिग्रहित कर लिए और 10 बेच दिए गए. लेकिन बेचे गए 10 प्लॉटों में से 8 प्लॉटों पर विकास कार्य स्थगित कर दिया गया था. मौजूदा समय में इस मामले की जांच पुलिस उप-निरीक्षक स्तर के अधिकारियों कर रहे हैं, लेकिन अब आगे से यह जांच उपायुक्त स्तर के अधिकारी करेंगे. मंत्री डॉ. उदय सामंत ने कांदिवली के साईंबाबा नगर के संबंध में मंगलवार को विधान परिषद में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत उठाए गए मुद्दे के उत्तर में बताया कि इस संबंध में मुंबई पुलिस आयुक्त को आज ही निर्देश दिए जाएंगे.
कांग्रेस के विधान परिषद सदस्य अशोक उर्फ भाई जगताप ने एक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए साईंबाबा नगर के 18 प्लॉटों का मुद्दा विधान परिषद में उठाया था. इसके जवाब में मंत्री डॉ. सामंत ने कहा कि इस मामले में एक महिला अधिकारी का नाम सामने आया है. उन्होंने आगे कहा कि उस अधिकारी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि पदोन्नति मिलने और नगर निगम की उपायुक्त बनने के बाद भी वह उसी जगह काम कर रही हैं, जिसके चलते उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी. मंत्री डॉ. सामंत ने कहा कि साईंबाबा नगर में जो पुनर्विकास परियोजनाएँ रुकी हुई हैं, वे भी कुछ क़ानूनी समस्याओं के कारण रुकी हुई हैं. लेकिन, संबंधित दस्तावेज़ पूरे करने के बाद ऐसी परियोजनाओं को अनुमति देने के लिए व्यवस्था को आदेश दिए जाएंगे.