मुंबई से सटे ठाणे जिला कल्याण के पास स्थित आंबीवली क्षेत्र में बुजुर्ग महिला की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद हत्या की वजह और आरोपी की पृष्ठभूमि जानकर मृतका के परिजनों एवं पड़ोसियों के साथ-साथ पुलिस भी दंग रह गई. क्योंकि हत्यारोपी आंबीवली का ही रहने वाला था और उससे भी ज्यादा हैरानी की बात ये थी कि वह महज 8 महीने पहले अच्छे बर्ताव की वजह से जेल से रिहा हुआ था.
आंबीवली के खापरीपाड़ा क्षेत्र स्थित सिद्धिविनायक चॉल की निवासी रंजना चंद्रकांत पाटेकर की पिछले महीने उन्हीं के घर में गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी. प्रारंभिक तौर पर देखने पर पता चला कि हत्या चोरी के इरादे से की गई थी. क्योंकि मृतका द्वारा पहने गए करीब एक लाख रुपए के स्वर्ण आभूषण गायब थे.

खबरियों के कारण रडार पर आया आरोपी
मामले की जांच में जुटी खड़कपाड़ा पुलिस को कुछ चश्मदीदों से एक संदिग्ध की थोड़ी बहुत जानकारी मिली थी. उक्त जानकारी की मदद से आरोपी की तलाश के दौरान पुलिस को 30 वर्षीय चांद उर्फ अकबर मोहम्मद शेख के बारे में जानकारी मिली थी. जो कि कुछ ही महीने पहले आंबीवली में रहने आया था. खबरियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने आंबीवली के संतोषी माता नगर, नवनाथ कालोनी स्थित घर से चांद को हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके पास से मृतका के गहने बरामद कर लिए.

पहले भी कर चुका था मर्डर
चांद ने बताया कि वह पहले भी एक मर्डर कर चुका है. वर्ष 2014 में वह गैस एजेंसी के लिए सिलेंडर डिलीवरी का काम करता था. जल्द अमीर बनने के लालच में उसने एक अपने एक अन्य साथी की मदद से एक महिला का मर्डर कर दिया था. वह और उसका साथी पीने का पानी मांगने के बहाने घर में घुसे थे और अकेली महिला का गला घोंटने के बाद दोनों महिला के आभूषण लेकर फरार हो गए थे. हालांकि बाद में कोलसेवाड़ी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और कोर्ट ने उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई थी. वह कल्याण की आधारवाड़ी जेल में बंद था. लेकिन जेल में अच्छे बर्ताव को देखते हुए उसे 8 महीने पहले रिहाई मिल गई थी.

अपना धंधा शुरू करने के लिए किया कत्ल
चांद ने बताया कि वह मोमोज का अपना ठेला लगाना चाहता था. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे. इसलिए उसने फिर से 2014 की तर्ज पर चोरी करने की योजना बनाई. मुहल्ले में घूम कर अकेली महिला वाले घरों की उसने कई दिनों तक रेकी की थी. इस दरम्यान उसने रंजना को चिन्हित किया था. रंजना के शरीर पर गहने भी थे. वारदात वाले दिन रंजना घर में अकेली थी. सही मौका देखकर उसने रंजना से पानी मांगा. वह पानी लाने घर के अंदर गई तो पीछे से चांद भी घर में घुस गया. उसने पहले घर के टीवी का आवाज तेज कर दिया. फिर वह रंजना को दबोच गहने छीनने का प्रयास करने के मकसद से आगे बढ़ने लगा. लेकिन टीवी का वॉल्यूम बढ़ने से रंजना सतर्क हो गई थी. वह प्रतिरोध करने लगी ऐसे में पकड़े जाने के डर से चांद ने रंजना को जमीन पर गिराकर उसका गला घोंट दिया था.

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