‘मुंबई. बांद्रा-पूर्व, के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) स्थित सेबी (एसईबीआई) भवन बीकेसी की मांद बन गया है. मंगलवार-बुधवार की रात सेबी भवन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब वहां अचानक अजगर सांप के सपोले (बच्चे) को सड़क पर घूमते देखा गया. बताया जा रहा है कि सेबी भवन के बीते 5 दिनों में अजगर के करीब 12 सपोले मिले हैं. इससे आसपास क्षेत्र के लोग भी सकते में आ गए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, धारावी नेचर पार्क स्थित सर्प मित्र संस्था वापरा (डब्ल्यू.ए.पी.आर.ए.) से जुड़े सर्पमित्र अतुल कांबले को मंगलवार रात करीब साढ़े 10 बजे फोन पर बीकेसी स्थित सेबी भवन की इमारत में सड़क पर एक अजगर देखे जाने की सूचना मिली थी.
अतुल कांबले ने इसकी सूचना वन विभाग के संबंधित राउंड अधिकारी रोशन शिंदे को दी और माहिम स्थित पुलिस कॉलोनी में रहने वाले पुलिसकर्मी एवं सर्प मित्र सचिन मोरे के साथ सेबी भवन पहुंचे. उन्होंने अजगर के सपोले को पकड़ कर परिसर की जांच शुरू की तो एक सपोला एक चट्टान की ओट में छिपा मिला. इसी तरह एक सपोला नाली के चैंबर में, तो वहीं सेबी भवन परिसर के गार्डन से दो और सपोले पकड़े गए. जबकि एक सपोला मृत अवस्था में मिला था. वह किसी वाहन की चपेट में आ गया था. कांबले और मोरे की टीम ने सभी सपोलों को ठाणे स्थित वन क्षेत्र में वन अधिकारियों को सौंप दिया. वन अधिकारियों ने जीवित सपोलों को वन क्षेत्र में सुरक्षित जगह पर छोड़ दिया. तो वहीं मृत सपोले को जमीन में दफना दिया गया.
शनिवार को मिले थे 5 सपोले
अतुल कांबले ने बताया कि वापरा को इससे पहले शनिवार सेबी भवन में अजगर देखे जाने की पहली सूचना मिली थी. तब कांबले ने वहां पहुंच कर एक अजगर को पकड़ा था और उसे ठाणे स्थित वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया था. लेकिन शनिवार को कांबले की टीम के वहां पहुंचने से पहले सुरक्षा रक्षकों ने करीब 4 सपोलों को बीकेसी के खाड़ी परिसर स्थित मैंग्रोव्स में छोड़ दिया था.
