मुंबई. मार्च 2022 से राज्य में नगर निगमों (महानगर पालिकाओं), नगर पालिकाओं एवं अन्य स्थानीय स्वायत्त संस्थानों (निकायों) का कामकाज प्रशासक के मार्फत चलाया जा रहा है.
उच्चतम न्यायालय ने स्थानीय निकाय चुनावों को 31 जनवरी 2026 तक पूरा करने का आदेश दिया है. तदनुसार, राज्य चुनाव आयोग ने चुनावी कार्यक्रम बनाना शुरू कर दिया है. पहले चरण में जिला परिषदों, पंचायत समितियों, नगर पालिकाओं और नगर परिषदों के लिए चुनाव होंगे। आयोग के सूत्रों ने बताया है कि इस दिवाली स्थानीय निकायों के चुनाव होंगे.
राज्य की सभी सियासी पार्टियों में निकाय चुनावों के दृष्टिकोण से तैयारी शुरू हो गई है. वर्तमान में नगर परिषदों और नगर पालिकाओं की मतदाता सूची की अनुसूची घोषित की गई थी. इसके बाद आरक्षण तय किया जाएगा. इस बीच, जिला परिषदों के आरक्षण के कार्यक्रम की भी घोषणा की गई है इन स्थानीय निकायों के चुनाव पहले चरण में होंगे.
दिसंबर-जनवरी में महानगर पालिका चुनाव
कहा जा रहा है कि ये महानगर पालिका (नगर निगम) चुनाव दिसंबर-जनवरी में होंगे क्योंकि नगर निगमों के वार्ड ढांचे का मुद्दा अभी तय नहीं हुआ है. पहले चरण का चुनाव दिवाली पर होगा. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि चुनाव के लिए आवश्यक श्रमशक्ति, ई. वी. एम. सहित सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए चुनाव कार्यक्रम तैयार किया जाएगा. राज्य भर में स्थानीय निकायों के लिए 98 मिलियन मतदाता हैं. राज्य के सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि राज्य के सभी राजनीतिक दलों का भविष्य स्थानीय निकाय चुनावों पर तय किया जाएगा. नगर पंचायतों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं के महापौरों का चुनाव आम जनता द्वारा किया जाएगा. सरकार ने महापौर का आरक्षण हटा दिया है. 2019 के बाद राज्य में सरकार बदलने के बाद, महापौर को बहुमत से चुना गया था. इसे फिर से बदल दिया गया है और यह स्पष्ट है कि स्थानीय निकायों के महापौर सर्वसम्मति से चुने जाएंगे.
राज्य में स्थानीय निकाय संस्थान
जिला परिषद-32 पंचायत समितियाँ-331 नगरपालिकाएं-नगर परिषद-289
महानगर पालिका -29

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