मुंबई. पहलगाम में हिंदू पर्यटकों की आतंकियों द्वारा की गई नृशंस हत्या के बाद भड़की भारत पाकिस्तान के बीच की जंग में फिलहाल सीज फायर हो चुका है. लेकिन दोनों तरफ से चल रही बयान बाजी से लड़ाई फिर से छिड़ने की आशंका बनी हुई है. पाकिस्तान की फितरत को देखते हुए आतंकी हमले जारी रहने का खतरा अभी भी बना हुआ है. खुफिया एजेंसियों ने भी खासकर मुंबई पर 26/11 की तर्ज पर बड़े आतंकी हमले की संभावना का इनपुट दिया है. ऐसे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली महाराष्ट्र की महायुति सरकार सजग हो गई है. भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र सरकार और रक्षा बलों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक मुख्यमंत्री फडणवीस की अध्यक्षता में उनके आधिकारिक निवास ‘वर्षा’ पर आयोजित की गई. इस दौरान सीएम फडणवीस ने कहा कि प्रॉक्सी वॉर पाकिस्तान का इतिहास रहा है. मुंबई एक बार फिर से निशाना न बने, इसके लिए सतर्क रहना जरूरी है. राज्य सरकार को अब रक्षा बलों के साथ और अधिक समन्वय से कार्य करना होगा.
इस मौके पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि मुंबई जैसा शहर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत की आर्थिक राजधानी है. अतीत में मुंबई पर हुए हमलों के दौरान शत्रुओं ने आर्थिक शक्ति पर वार करने का प्रयास किया था. इसलिए निकट भविष्य में हमें पूरी ताकत से काम करना होगा. उन्होंने आगे कहा कि समय पर खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान अत्यंत आवश्यक होगा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सभी एजेंसियों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी. राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और रक्षा बलों के अधिकारी मिलकर एकजुट होकर बेहतर समन्वय से कार्य करना होगा. बैठक में खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान, तकनीक के बेहतर उपयोग, एहतियाती उपायों और राज्य सरकार तथा रक्षा बलों के बीच एक तेज और प्रभावी समन्वय तंत्र विकसित करने पर चर्चा की गई. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि सेना ने जिस ताकत और सटीकता के साथ ऑपरेशन को अंजाम दिया, वह अभूतपूर्व है. मैं भारतीय सैन्य बलों को सैल्यूट करता हूं.
उपस्थित थे कई महत्वपूर्ण लोग
राज्य की सुरक्षा और तैयारियों को लेकर हुई इस बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक, भारतीय सेना की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल पवन चड्ढा और कर्नल संदीप सील, नौसेना की ओर से रियर एडमिरल अनिल जग्गी और नौसेना कमांडर नितेश गर्ग, तथा वायुसेना की ओर से एयर वाइस मार्शल रजत मोहन,  मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव विकास खारगे, अपर मुख्य सचिव अश्विनी भिडे, सचिव श्रीकर परदेशी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव इकबाल सिंह चहल, पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला, मुंबई पुलिस आयुक्त देवेंद्र भारती, मुंबई महापालिका के अतिरिक्त आयुक्त विपिन शर्मा, नागरी सुरक्षा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रभात कुमार, खुफिया विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक शिरीष जैन, आपदा प्रबंधन की अतिरिक्त मुख्य सचिव सोनिया सेठी, मुंबई और उपनगरों के जिलाधिकारी के अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई), जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी), बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट (बीपीटी), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), एंटी-टेररिज़्म स्क्वॉड (एटीएस), होमगार्ड के वरिष्ठ प्रतिनिधि समेत कई अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे.

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