मुंबई. मुंबईकरों की लाइफ लाइन कही जाने वाली उपनगरीय लोकल ट्रेनों में मोबाइल चोरी एक गंभीर समस्या बन चुकी है. एक अनुमान के अनुसार, मुंबई रेल पुलिस की हद में औसतन दो दर्जन मोबाइल चोरी की घटनाएं प्रतिदिन गठित होती हैं. इनमें फोन पर बात करते, प्लेटफार्म पर चलते या ट्रेन में चढ़ने उतरते लोगों का मोबाइल चुराना या झपट कर भाग जाना आम बात हो गई है. लेकिन मुंबई की लोकल या मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के दरवाजे पर खड़े होकर / बैठ कर सफर करनेवाले यात्रियों के हाथ पर ‘फटका’ मारकर मोबाइल गिराने का प्रयास करने वाले मोबाइल चोर यात्रियों के लिए यमदूत साबित हो रहे हैं. ऐसे ही एक 15 वर्षीय ‘यमदूत’ का शिकार नासिक का रहनेवाला गौरव निकम बन गया.
26 वर्षीय गौरव निकम पेशे से किसान है. वह शनिवार को किसी जरूरी काम से ठाणे आया था. काम निपटाने के बाद गौरव तपोवन एक्सप्रेस ट्रेन से नासिक जा रहा था. वह ट्रेन के गेट पर बैठकर मोबाइल फोन में कुछ देख रहा था. कल्याण के बाद ट्रेन शहाड और आंबीवली स्टेशनों के बीच से गुजर रही थी. उसी दौरान बाहर से फटकामार ने निकम के हाथ पर फटका मारकर उनका मोबाइल गिराने का प्रयास किया. इस अप्रत्याशी फटके से निकम संतुलन बिगड़ गया और मोबाइल बचाने के प्रयास में वह चलती ट्रेन से नीचे गिर गए. बताया जा रहा है कि ट्रेन की चपेट में आने के कारण उनका एक पांव कटकर अलग हो गया, जबकि दूसरा पांव भी बुरी तरह से घायल हो गया है.
जख्मी निकम से मारपीट
इसे मोबाइल चोर की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा ही कहेंगे कि उसने भागने से पहले जख्मी निकम से मारपीट की और उनका मोबाइल फोन तथा 20 हजार रुपए छीन लिए. जबकि घटना में घायल हुआ निकम घंटों तक लहूलुहान अवस्था में पटरियों के बीच पड़ा रहा. घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची कल्याण जीआरपी की टीम ने उसे अस्पताल पहुंचाया.

लगाम लगाने में पुलिस नाकाम
रेलवे पुलिस मुंबई रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अनुसार मोबाइल चोरी रेलवे में सर्वाधिक संख्या में घटित होने वाला अपराध है. जनवरी 2023 से मई 2025 के बीच मुंबई रेलवे पुलिस की हद में मोबाइल फोन चोरी की 26 हजार से ज्यादा शिकायतें पुलिस में दर्ज की गई हैं. ये भी देखने को मिला है कि तमाम कोशिशों के बाद भी रेलवे पुलिस मोबाइल चोरों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हुई है. नशेड़ियों की मोबाइल चोरी के मामलों में संलिप्तता एवं मोबाइल चोरों का आसानी से जेल से छूट जाना इसकी एक बड़ी वजह रही है. इसके अलावा पहले ये दावा किया गया था कि सस्ते होने की वजह से चोरी के मोबाइलों की दूसरे बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड जैसे राज्यों के अलावा बांग्लादेश, नेपाल, पाकिस्तान आदि देशों में भेजे जाते थे लेकिन पुलिस का शिकंजा कसने के बाद चोरी के मोबाइल के पार्ट्स निकाल कर बेचे जाने लगे हैं. मोबाइल रिपेयरिंग करने वालों में ऐसे ओरिजनल पार्ट्स की अच्छी मांग है. इसलिए नई तकनीकों के इस्तेमाल के बाद भी पुलिस मोबाइल चोरों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. फिलहाल निकम के मोबाइल चोरी मामले में रेलवे पुलिस ने नाबालिग (15 वर्षीय) आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी एक ईरानी नागरिक बताया जा रहा है.

मकोका, हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने की मांग
रेलवे के साथ – साथ सड़कों पर मोबाइल, चेन आदि स्नेचिंग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब ऐसे मामले में हत्या के प्रयास के साथ – साथ संगठित अपराध (मकोका) के तहत मांग किए जाने की मांग उठाने लगी है. ताकि आरोपी जेल से आसानी से न छूट सकें और अपराधियों पर लगाम लगे. लोगों के जानमाल की रक्षा हो सके.

मुंबई रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अनुसार चोरी का वर्षवार आंकड़ा…
2023 में- 12 हजार 159 फोन चोरी
2024 में- 10 हजार 891 फोन चोरी
2025 (मई तक)- 3508 फोन चोरी

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