मुंबई. मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला बुद्धिजीवियों के शहर के रूप में विख्यात मुंबई में सामने आया है. यहां एक 60 वर्षीय वृद्धा को उसका जवान पोता कचरे की तरह कूड़े के ढेर के पास छोड़कर चला गया. वृद्धा त्वचा के कैंसर से ग्रस्त बताई जा रही है तथा उसकी बीमारी आखिरी स्टेज में पहुंच गई है.
रिश्तों को रौंदने वाले इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार, आरे कॉलोनी स्थित कूड़े के एक ढेर के पास पुलिस को 60 वर्षीय वृद्धा पड़ी मिली. पूछताछ करने पर वृद्धा ने बताया कि उसे उसका पोता वहां छोड़कर गया है.
8 घंटे बाद मिल अस्पताल में जगह
बीमारी और बुढ़ापे की वजह से बेजार नजर आ रही वृद्धा को इलाज की जरूरत थी. परिवार ने उसे पहले ही त्याग दिया है. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर मदद उपलब्ध कराने में पुलिस को भी नाकों चने चाने पड़े. कोई अस्पताल वृद्धा के इलाज को तैयार नहीं हुआ. अंततः लगभग 8 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस उसे अंधेरी-पश्चिम स्थित कूपर अस्पताल में भर्ती करा पाई.
पोते की तलाश में पुलिस
पुलिस को वृद्धा ने अपना नाम जशोदा गायकवाड़ बताया है. वृद्धा ने कहा है कि वह मालाड और कांदिवली की निवासी है. उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस वृद्धा के परिजनों को ढूंढने की कोशिश में लगी है. परिजनों को ढूंढने के लिए आरे कॉलोनी के सभी प्रवेश द्वारों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को खंगालने के साथ-साथ मुंबई के सभी पुलिस थानों वृद्धा की तस्वीर भेजी गई है तथा आरे पुलिस सोशल मीडिया की भी मदद ले रही है.

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