मुंबई. राज्य में बीते चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बांधों में जलस्तर बढ़ गया है. नदी-नाले उफान पर हैं. बरसाती बाढ़ ने कृषि फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. राज्य के कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे बुधवार को वाशिम में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य राज्य के 19 जिलों में 20 लाख 12 हज़ार 775 एकड़ क्षेत्र में लगी सोयाबीन, मक्का, कपास, उड़द, अरहर, मूंग और अन्य खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है. मंत्री भरणे ने कहा कि राज्य में सर्वाधिक 7 लाख 13 हजार 857 एकड़ क्षेत्र नांदेड़ जिले में क्षतिग्रस्त हुआ है, जबकि दूसरे स्थान पर 4 लाख 11 हज़ार 392 एकड़ फसल का नुकसान वाशिम जिले में हुआ है. हालांकि, क्षेत्रफल को देखते हुए, सबसे ज्यादा नुकसान वाशिम जिले में हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि इस नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
कृषि मंत्री भरणे ने कहा कि अगस्त 2025 में राज्य में हुई भारी बारिश का खरीफ सीजन पर गहरा असर पड़ा है. राज्य के 19 जिलों के 187 तालुकाओं और 654 राजस्व मंडलों में भारी बारिश हुई. कृषि विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, 805110 हेक्टेयर यानी 2012775 एकड़ क्षेत्रफल में लगी फसलों को नुकसान पहुंचा है. इसमें से 11 जिले ऐसे हैं, जिनका क्षतिग्रस्त क्षेत्रफल 10,000 हेक्टेयर से ज्यादा है. पिछले दो-तीन दिनों से राज्य में हो रही भारी बारिश के कारण पानी की आपूर्ति, बिजली और परिवहन पर भी बुरा असर पड़ा है. सड़कों पर भारी मात्रा में जल जमाव होने से यातायात ठप हो गया है. नागरिकों के लिए किराने का सामान, दवाइयां एवं दूसरे जरूरी सामान प्राप्त करना मुश्किल हो गया है और वे प्रशासन से मदद की मांग कर रहे हैं.
सभी प्रभावित किसानों को मिलेगी मदद
बारिश के कारण लाखों एकड़ भूमि पर फसलें नष्ट हो गई हैं. लेकिन चार दिनों में मदद नहीं दी जा सकती है. पंचनामा करने के बाद सभी किसानों को मदद दी जाएगी.

  • देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री
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