मुंबई. शेयर बाजार में निवेश का सिस्टम समझना आम लोगों के लिए आसान नहीं है. इसके बाद भी शेयर बाजार के प्रति आम लोगों में जिज्ञासा देखने को मिलती है. ठगो का एक गिरोह शेयर बाजार में दिलचस्पी रखनेवाले ऐसे ही अनुभवहीन लोगों को अपना शिकार बनाता था. ऐसा खुलासा मुंबई की चूना भट्टी पुलिस द्वारा एक फर्जी कॉल सेंटर पर की गई छापेमारी से हुआ है. यह गिरोह शेयर बाजार की बजाय फॉरेक्स ट्रेडिंग यानी विदेशी मुद्रा के व्यापार में ज्यादा मुनाफे का झांसा देकर निवेशकों को चूना लगाता था.
फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह की कुछ शिकायतें चूनाभट्टी पुलिस को मिली थीं. जोन 6 के डीसीपी डॉ. महेश पाटील के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक निशा जाधव के नेतृत्व में एपीआई काले, पाटील, पीएसआई डमरे, गोल्हार, टेंभे, सिपाही राणे, महिला सिपाही टक्केकर, सिपाही बनकर, पठाणे, वडते, व चुनाभट्टी निर्भया मोबाईल ५ की टीम ने मामले की जांच शुरू की. पुलिस को जांच में पता चला कि झांसे में फंसे लोगों के मोबाइल फोन में ठग अपना एक विशिष्ठ फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप डाऊनलोड करवाते थे और बाद में ग्राहकों को सबस्क्रिप्शन खरीदने को कहते थे. इस बहाने आरोपी लोगों से उनके अकाउंट और दूसरी जानकारी ले लेते थे.
फिर शुरू होता था ठगी का खेल

ऐप के जरिए जानकारी हासिल करने के बाद ठग लॉग इन आईडी व पासवर्ड देकर ‘शिकार’ को अपना बैंक अकाउंट संलग्न करने को कहते थे. शिकार का बैंक खाता सलग्न होने के बाद वे USDT खरीद कर ट्रेडिंग के लिए पैसे ट्रान्सफर करने को कहते थे. ऐप पर कथित ट्रेडिंग के लिए पैसे ट्रांसफर करने वाले ग्राहकों के खाते में पहले भारी मुनाफा दिखाया जाता था. फिर वहीं मुनाफा दिखा कर ठग ग्राहक को और ज्यादा पैसे निवेश करने के लिए उकसाते थे. लेकिन हालांकि यदि कोई ग्राहक उस पैसे को निकालने का प्रयास करता तो गलत पासवर्ड, सर्वर डाउन या अन्य तकनीकी प्रॉब्लम बता कर उसे टाल दिया जाता था. इतना ही नहीं बार-बार पैसे निकालने का प्रयास करनेवाले का पासवर्ड ब्लॉक कर दिया जाता था, जोकि फिर कभी भी एक्टिवेट नहीं किया जाता था.

ऐसे खुला राज
फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के एक मामले की जांच के दौरान चूना भट्टी पुलिस को चूनाभट्टी के ही जोगानी इंडस्ट्रियल स्टेट में चल रहे एक गुप्त कॉल सेंटर की जानकारी मिल गई. जिसके बाद चूनाभट्टी पुलिस ने उक्त कॉल सेंटर पर छापा मारा. और वहां से 29 वर्षीय सोहेल रफिक सोलखी, 20 वर्षीय युसुफ युनुस खान, 22 वर्षीय अरबाज शाहिद शेख वह दो युवतियों को हिरासत में लिया. यह लोग विविध फॉरेक्स ट्रेडिंग ऐप पर निवेश करने के लिए उकसा कर ग्राहकों को ठग रहे थे. पुलिस ने मौके से 6 कंप्यूटर सेट, ६ लैपटॉप, २७ मोबाईल फोन, २३ विविध कंपनियों के सिम कार्ड तथा कॉल के दौरान ग्राहकों के मार्गदर्शन के लिए नोट बुक में लिखे गए निर्देश आदि बरामद किए हैं. इस मामले में चूनाभट्टी पुलिस बीएनएस की धारा 316(2), 318 (4), 3(5) तथा आईटी एक्ट के सब सेक्शन 66 (के) के तहत मामला दर्ज करके सोफेल रफिक सोलखी को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस की पब्लिक से अपील

पुलिस ने फॉरेक्स ट्रेडिंग से मुनाफे के झांसे फंस का शिकार बने लोगों से आगे आकर शिकायत दर्ज करने का आव्हान किया है.

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