मुंबई. हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों की जांच बेहद सख्ती के साथ की जाती है. लेकिन अब यह सोच एक भ्रम साबित होने लगा है. हवाई अड्डों पर जांच एजेंसियों का खौफ अब खत्म होता जा रहा है. ऐसा हवाई अड्डों पर आए दिन सोना, हीरे और ड्रग्स के पकड़े जाने से हो रहा है. खास बात ये है कि तस्कर उड़नखटोले यानी हवाई जहाज में तस्करी के लिए जो हथकंडे अपनाते हैं वो भी बेहद मजेदार होते हैं.
कस्टम एवं अन्य जांच एजेंसियों की तमाम सतर्कता के बावजूद देशभर के हवाई अड्डों पर प्रतिबंधित ड्रग्स, सोना और हीरे की तस्करी धड़ल्ले से चल रही है. मुंबई एयरपोर्ट पर ही लगभग हर दूसरे दिन करोड़ों रुपए का सोना, हीरा, ड्रग्स आदि पकड़ा जा रहा है. ऐसे ही एक मामले का खुलासा मुंबई में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की कार्रवाई में हुआ है.
डीआरआई की टीम ने ब्राजील के साओ पाउलो से मुंबई पहुंची एक ब्राजीलियन महिला को 1,096 ग्राम कोकीन से साथ गिरफ्तार किया है. ये नशीला जहर छोटे-छोटे 100 कैप्सूलों में भरकर पेट में छिपाया गया था. यदि इनमें से एक भी कैप्सूल फट जाता तो महिला की मौत हो सकती थी. डीआरआई के अधिकारियों को ब्राजील से मुंबई आ रही ड्रग्स तस्कर महिला की टिप मिली थी. इस वजह से जांच एजेंसी के अधिकारी चौकन्ना होकर ब्राजील से मुंबई आनेवाले विमान का इंतजार कर रहे थे. ये नशीला जहर छोटे-छोटे 100 कैप्सूलों में भरकर पेट में छिपाए गए थे. जानकारी का कहना है कि यदि इनमें से एक भी कैप्सूल फट जाता तो महिला की मौत हो सकती थी.
डीआरआई को मिली थी टिप
डीआरआई के अधिकारियों को ब्राजील से मुंबई आ रही ड्रग्स तस्कर महिला की टिप मिली थी. इस वजह से जांच एजेंसी के अधिकारी चौकन्ना होकर ब्राजील से मुंबई आनेवाले विमान का इंतजार कर रहे थे. विमान के पहुंचने पर एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले यात्रियों में से एक महिला के चलने का अंदाज देखकर डीआरआई की टीम को शक हुआ. जांच करने पर महिला के पेट में कुछ संदिग्ध दिखाई दिया. पूछताछ करने पर महिला ने ड्रग्स के 100 कैप्सूल निगलने की बात कबूल कर ली. अस्पताल ले जाए जाने के बाद डॉक्टरों ने महिला के पेट से 100 कैप्सूल्स बाहर निकाले. इनमें 1,096 ग्राम कोकीन भरी थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 10.96 करोड़ आंकी गई है. डीआरआई अधिकारियों ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत इन ड्रग्स को जब्त कर लिया और महिला को गिरफ्तार कर लिया.
गुदामार्ग में छिपाया था सोना
शनिवार को अपनी पत्नी के साथ बैंकॉक से मुंबई पहुंचे गुजरात के एक यात्री को सीमा शुल्क विभाग (कस्टम) की एयर इंटेलिजेंस यूनिट ने सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था. आरोपी यात्री ने अपने शरीर (गुदामार्ग) में सवा करोड़ रुपए का सोना छिपा रखा था. सोने की तस्करी में संलिप्त रहने वाले उक्त यात्री के बारे में एआईयू के अधिकारियों को पहले ही जानकारी मिल गई थी. इसलिए जांच के दो ग्रीन चैनल पार करने के बाद भी एआईयू की टीम ने उसे जांच के लिए फिर से रोक लिया. एक्सरे जांच में उसके गुदा मार्ग में सोना छिपाए होने का खुलासा हो गया. आरोपी ने अधिकारियों को बताया कि उस सोने का मालिक कोई और है. उसे सोना मुंबई पहुंचाने के बदले 40 हजार रुपए मिले हैं.
बेल्ट बकल, लैपटॉप में हीरा
19 फरवरी को लगभग 56 करोड़ का गांजा ट्रॉली बैग में छिपा कर लाया गया था. इसका खुलासा कस्टम विभाग ने किया था. इससे पहले कस्टम विभाग ने 18 फरवरी को मुंबई एयरपोर्ट पर 10.12 करोड़ का कोकीन जब्त किया था. ये मादक पदार्थ भी छोटे कैप्सूलों में भर कर पेट में छिपाए गए थे. जबकि 13 फरवरी को कस्टम विभाग ने मुंबई एयरपोर्ट पर 5.92 किलो सोना और 2147.20 कैरेट का हीरा पकड़ा था. बेल्ट के बक्कल, ट्रॉली बैग और अंतर वस्त्रों में छिपा कर लाए गए इस सोने और हीरों की कीमत लगभग 9.12 करोड़ रुपए आंका गया है. जबकि 7 फरवरी को तकिए में छिपाकर लाया गया लगभग 21 करोड़ रुपए का उच्च गुणवत्ता वाला गांजा जब्त किया था.
कस्टम ने भी पकड़ा कोकीन और सोना
मुंबई एयरपोर्ट पर ड्रग्स और सोने की तस्करी उसके बाद भी जारी है. कस्टम विभाग ने 2 मार्च को युगांडा से आए एक अफ्रीकी नागरिक को शक आधार पर हिरासत में लिया था. एक्सरे जांच में उसके पेट में कुछ संदिग्ध वस्तु नजर आई. अधिकारियों ने उस व्यक्ति को तीन दिन हिरासत में रखा बाद में शौच के दौरान उसके पेट से 100 कैप्सूल निकले जिनमे 1.18 ग्राम संदिग्ध सफेद पाउडर भरा था. अधिकारियों को शक है कि ये सफेद पावडर कोकीन हो सकता है, जिसकी अनुमानित कीमत 11.8 करोड़ रुपए आंकी गई है. इसी तरह एक अन्य मामले में कस्टम के अधिकारियों ने एक 93 साल के बुजुर्ग को शक के आधार पर रोका. जांच के दौरान उसके कपड़ों से 24 कैरेट गुणवत्ता वाला 485 ग्राम सोना बरामद हुआ, जिसकी कीमत 40 लाख रुपए आंकी गई है.
पैसे के लिए जान जोखिम में डालते हैं लोग
तस्करी के इस मॉड्यूल के बारे में अधिकारियों का कहना है कि ड्रग्स तस्कर प्राय: अफ्रीकी देशों के गरीब नागरिकों को पैसों का लालच देकर इस तरह से ड्रग्स की तस्करी करवाते हैं. इस तरह से ड्रग्स पहुंचाने वालों को ‘ड्रग म्यूल्स’ कहा जाता है.