मुंबई. होली के त्योहार हो तो रंगों के साथ-साथ पकवानों का भी अलग मजा रहता है. त्योहारों के समय बनने वाले लज्जतदार व्यंजनों की खुशबू अपने आप ही लोगों के मुंह में पानी ला देती है. होली में बहुत-सी वैरायटी के पकवान बनाए जाते हैं, जिनमें श्रीखंड, आम या अंगूरी का श्रीखंड, मालपुआ, गुझिया, खीर, कांजी बड़ा, पूरन पोली, कचौरी, पपड़ी, मूंग हलवा आदि व्यंजन घरों में मुख्य रूप से तैयार किए जाते हैं, जिसकी तैयारी गृहणियां हफ्ते भर पहले से शुरू कर देती हैं. त्योहारों के करीब आते ही, मिलावटी वस्तुओं का बाजार भी गर्म हो जाता है, जिसके चलते कभी मावे में मिलावट, तो कभी घी-तेल में मिलावट की खबर सुनने को मिल जाती है. लेकिन घर पर बने हुए पकवानों में मिलावट होने का सवाल ही नहीं उठता. ऐसे में घर पर व्यंजन बनाना ही स्वास्थ्य के हिसाब से ज्यादा लाभदायक होते है. इसमें मूंग दाल का हलवा बनाने में आसान होने के साथ-साथ सभी का पसंद भी आता है. त्यौहारों से लेकर शादी-विवाह तक इसकी धूम रहती है. आप भी मूंग दाल हलवा बनाने की विधि ट्राई करके देखें। हमें उम्मीद है कि मूंग दाल हलवा रेसिपी आपको जरूर पसंद आएगी.

आवश्यक सामग्री : मूंग की धुली दाल – 100 ग्राम, देसी घी – 100 ग्राम, शक्कर– 150 ग्राम,
मावा / खोया– 100 ग्राम, काजू – 20 (बारीक कतरे हुए), किशमिश– 20 नग, बादाम – 10 नग (बारीक कतरे हुए), छोटी इलाइची– 05 नग (छील कर पिसी हुई)।

मूंग दाल हलवा बनाने की विधि : मूंग दाल हलवा बनाने के लिए सबसे पहले मूंग की दाल को धो लें और उसे तीन घंटे के लिये पानी में भिगो दें. तीन घंटे बाद दाल को धोकर उसका पानी निकाल दें और उसे मिक्सी में हल्का महीन पीस लें. अब कढ़ाई को गैस पर गरम करें. कढ़ाई गर्म होने पर उसमें देसी घी डालें. घी के पिघलने पर उसमें दाल डालें और मीडियम आंच पर चलाते हुए दाल को भूनें. लगभग 20-25 मिनट में दाल घी छोड़ देगी और वह कढ़ाई से भी नहीं चिपकेगी. ऐसा होने पर दाल को किसी बर्तन में निकाल कर रख दें. अब कढ़ाई में मावा (खोया) डालें और उसे भी चलाते हुए हल्का भून लें. मावा भुनने के बाद उसे भी निकाल लें और दाल वाले बर्तन में रख दें. उसके बाद एक बर्तन में शक्कर लें और चीनी के बराबर पानी डालें तथा उसे गर्म करें. पानी को अच्छी तरह से उबालें और उसकी चाशनी बना लें. चाशनी बनने पर उसे गैस से उतार लें. अब कढ़ाई को दुबारा गैस पर रखें और उसमें दाल का मिश्रण तथा चाशनी डाल दें और धीमी आंच पर चलाते हुए पकाएं. लगभग छ: से सात मिनट में चाशनी और दाल आपस में अच्छी तरह से मिल जाएगी. उसके बाद गैस बंद कर दें. लीजिए आपका मूंग दाल हलवा रेडी है. बस इसे काजू, किशमिश, बादाम और पिसी इलायची से गार्निश करें और सर्व करें. वैसे इसे आप इसे फ्रिज में रख कर एक सप्ताह तक इसका सेवन कर सकते हैं.
मूंग के औषधीय गुण
मूंग दाल के अनेक फायदे हैं. मूंग दाल का प्रयोग कई तरह के रोगों के इलाज में किया जाता है.
1- मूंग की दाल को उत्तम आहार माना गया है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है और पेट में ठंडक पैदा करती है. इससे पाचन और पेट में गर्मी बढ़ने की समस्या नहीं होती.
2- कब्ज की समस्या होने पर मूंग की छिलके वाली दाल का सेवन बेहद लाभप्रद होता है. इसके सेवन से पेट साफ होने में मदद मिलती है. मूंग दाल में भरपूर मात्रा में फाइबर, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और प्रोटीन होता है. यह शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते हैं. इसके अलावा अन्य पोषक तत्व भी इससे प्राप्त होते हैं.
3- शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर मूंग दाल का सेवन लाभकारी होता है. यह अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को शरीर से हटाने में भी मददगार होती है.
4- वजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए मूंग दाल का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है. इसमें 100 से भी कम कैलोरी होती है और इसे खाने के बाद पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे आप अतिरिक्त कैलोरी नहीं लेते.

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