मुंबई. मुलुंड में 10 साल पहले पत्नी से हुए अलगाव का गुस्सा एक 56 वर्षीय शख्स ने अपनी 72 वर्षीया सास पर निकाला. आरोपी ने अपनी सास को टेंपो में बंद करके जिंदा जला दिया. बाद में उसने खुद भी उसी टेंपो में जलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. मृत आरोपी की पहचान कृष्णा अष्टनकर के रूप में सामने आई है तो वहीं उसकी मृत सास का नाम बाबी उसरे बताया जा जा रहा है.
मिली जानकारी के अनुसार कृष्णा पेशे से टेंपो चालक था. उसे शराब पीने की लत थी. वह आए दिन शराब पीकर अपनी पत्नी से झगड़ा करता था. इसलिए करीब 10 साल से पत्नी अपने 22 वर्षीय बेटे के साथ मुलुंड- पूर्वे स्थित नाणेपाडा इलाके में रहने वाली अपनी मां बाबी उसरे के साथ रह रही थी. कृष्णा ने उसे कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन उसकी पत्नी साथ रहने को राजी नहीं हुई. कृष्णा को लगता था कि उसकी पत्नी को सास बाबी भड़काती है. इसलिए उसने सास को सबक सिखाने की ठान ली.
अस्पताल ले जाने के बहाने मार डाला
कृष्णा को पता चला कि बाबी (सास) बीमार है. इसलिए सोमवार को सुबह 8 बजे के करीब वह सास के पास गया और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाने का झांसा दिया. कृष्णा ने बाबी को टेंपो में पीछे बैठाया था. घर से थोड़ी दूर जाने के कृष्णा ने टेंपो रोड के किनारे खड़ा करके सास के पास पहुंचा और शटर अंदर से लॉक कर लिया. बॉबी कुछ समझ पाती इससे पहले कृष्णा ने उनके सिर पर किसी भारी चीज से हमला कर दिया. उसके बाद उसने पेट्रोल डालकर टेंपो को जला दिया.
नाकाम रही बचाने की कोशिश
लोग इस घटना को हादसा समझ रहे थे. जलते हुए टेंपो की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची नवघर पुलिस की टीम ने दमकल विभाग की मदद से आग को काबू किया. लेकिन उससे पहले भीषण आग में झुलसने से कृष्णा और बॉबी की मौत हो गई थी. पुलिस ने दोनों लाशों को पोस्ट मार्टम के लिए वीर सावरकर अस्पताल भेज दिया है. टेंपो में मिले थीनर की बोतल, हथौड़ा, लाइटर और लोगों से मिली जानकारी के आधार पर ये अनुमान लगाया गया है कि बीवी के अलग होने के सास को जिम्मेदार मानकर कृष्णा ने उक्त वारदात को अंजाम दिया होगा. फिलहाल पुलिस कृष्णा के खिलाफ हत्या करके सबूत मिटाने और खुदकुशी करने के आरोप में मामला दर्ज करके आगे की जांच कर रही है.

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