मुंबई. मुंब्रा स्टेशन के पास बीते सोमवार को लोकल ट्रेन से गिरने से 4 लोगों की मौत और 9 लोगों के घायल होने घटना को अभी लोग भूल भी नहीं पाए हैं. इसी बीच शुक्रवार को एक और शख्स रेल हादसे का शिकार बन गया. घटना घाटकोपर स्टेशन पर शाम 7 बजे के दौरान की बताई जा रही है.
बताया जा रहा है कि एक 50 वर्षीय शख्स छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) जाने वाली चलती लोकल में चढ़ने का प्रयास कर रहा था. उसी दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह फिसलकर प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच के गैप में जा फंसा. तो वहीं यह दावा भी किया जा रहा है कि ट्रेन का इंतजार करने के दौरान चक्कर आने से उक्त व्यक्ति नीचे गिरा था. उसी दौरान सीएसएमटी जाने वाली लोकल ट्रेन प्लेटफार्म पर आ गई थी. वहां मौजूद यात्रियों ने उसे बचाने का प्रयास किया. उसे बाहर खींच कर अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन इलाज के दौरान घायल व्यक्ति की मौत हो गई.

जानबूझकर जान जोखिम में डालते हैं लोग
रेल यात्रियों को जागरूक करने के लिए रेलवे स्टेशनों पर लगातार उद्घोषणा की जाती है कि चलती ट्रेन में चढ़ना, उतरना, बाहर लटकना, छतों पर यात्रा करना तथा रेल पटरियों को पार करना जोखिम भरा हो सकता है. इसमें जान जाने का खतरा होता है. लेकिन फिर लोग अपनी को जोखिम में डालने से बाज नहीं आते हैं.
अपनी गलतियों का बनते हैं शिकार
लोकल से सफर के दौरान प्रतिदिन औसतन 15 से 20 लोग हादसों का शिकार होते हैं. इनमें से लगभग आधे यानी 8 से 10 लोगों की मौत हो जाती है. यात्रियों का आलस, अति उत्साह और लापरवाही इसका बड़ा कारण बन रही है.

कुछ लोग मजबूरी में दांव पर लगाते हैं जान
मुंबईकरों की लाईफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों में बढ़ती भीड़ भी लोगों का काल बनने लगी है. सुबह के समय ऑफिस पहुंचने और शाम को घर पहुंचने की जल्दबाजी में भीड़ भरी लोकल ट्रेन में लटक कर सफर करना मुंबईकरों की मजबूरी बन गई है. इस वजह से भी यात्री अक्सर रेल हादसे में अपनी जान गंवाते हैं.

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version