मुंबई. मुंबई महानगर क्षेत्र में मीठी नदी समेत बड़े और छोटे नालों से गाद हटाने का काम जोरों पर चल रहा है. हालांकि नाला सफाई के लिए पूर्व में 31 मई की मियाद तय की गई थी लेकिन 4 जून तक नालों की सफाई 82.31 फीसदी ही हो पाई. अर्थात 17.69 प्रतिशत काम अभी भी शेष रह गया है.
बता दें कि हर साल मानसून से पहले सालाना लक्ष्य का 80 प्रतिशत गाद हटा दिया जाता है. इस साल मानसून से पहले कुल 9 लाख 68 हजार 008 मीट्रिक टन गाद हटाने का लक्ष्य रखा गया है. इस लक्ष्य के अनुसार, अब तक 7 लाख 96 हजार 765 मीट्रिक टन गाद हटाई जा चुकी है, जो लक्ष्य का 82.31 प्रतिशत है. गाद हटाने का काम योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है और इस काम के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है. गाद हटाने के काम में प्रभावशीलता और पारदर्शिता बढ़ाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काफी मदद कर रहा है.
ठेकेदारों को लगा जुर्माना
बृहन्मुंबई महानगरपालिका प्रशासन ने जानकारी दी है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग के जरिए ठेकेदारों पर 3 करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया गया है. मानसून के मौसम के दौरान और उसके बाद भी गाद हटाने का काम जारी रहेगा. मुंबई में हर साल बारिश के वास्तविक आगमन से पहले महानगरपालिका के वर्षा जल निकासी विभाग के माध्यम से मुंबई महानगर क्षेत्र में मीठी नदी सहित बड़े नालों से गाद हटाई जाती है. इस बीच, विभाग कार्यालयों के स्तर पर छोटे नालों से गाद हटाने का काम किया जाता है. नालों से गाद हटाने से बारिश के पानी की तेजी से निकासी में मदद मिलती है. गाद हटाने का वार्षिक लक्ष्य मानसून के मौसम से पहले नालों से कितनी गाद निकालने की जरूरत है. इसका अध्ययन करके निर्धारित किया जाता है. साथ ही, मानसून के मौसम के दौरान 10 प्रतिशत और बाकी मौसम के दौरान 10 प्रतिशत गाद हटाई जाती है. यह लक्ष्य मुंबई महानगर क्षेत्र में बारिश के अनुभव और बारिश की तीव्रता को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाता है. इस हिसाब से बुधवार (4 जून 2025) की सुबह तक 7,96,764 मीट्रिक टन गाद निकाली जा चुकी है, जो लक्ष्य का 82.31 प्रतिशत है.
बारिश से प्रभावित हुआ काम
हर साल की तरह इस साल भी गाद निकालने का काम मार्च महीने में शुरू हुआ. इस साल मुंबई में 6 मई 2025 से बारिश शुरू हो गई है. इतना ही नहीं, पहली बार मई 2025 में रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई है. बारिश के जल्दी आने से नालों से गाद निकालने का काम आंशिक रूप से प्रभावित हुआ. हालांकि, सभी प्रमुख नालों से गाद निकालने का काम जून 2025 के पहले सप्ताह में पूरा कर लिया गया. मीठी नदी में गाद निकालने का काम अभी प्रगति पर है. इसके तहत नदी की सफाई और वहन क्षमता बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. नदी से गाद निकालने के काम में तेजी लाने के लिए विभिन्न हिस्सों में समर्पित टीमें और मशीनरी तैनात की गई हैं.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से की जा रही मॉनिटरिंग
गाद हटाने के कार्यों की समुचित निगरानी एवं नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए मनपा प्रशासन ने इन कार्यों के लिए फोटोग्राफ के साथ 30 सेकंड का वीडियो (वीडियो) रिकॉर्ड करना अनिवार्य कर दिया है. साथ ही सीसीटीवी के माध्यम से छोटे नालों से गाद हटाने से पहले और बाद की रिकॉर्डिंग करना भी अनिवार्य कर दिया है. मनपा प्रशासन द्वारा गाद हटाने के संबंध में प्राप्त सभी वीडियो का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) प्रणाली की मदद से विश्लेषण किया जा रहा है. इससे प्रशासन को नालों में गाद हटाने के कार्यों की समुचित निगरानी करने और कार्यों में पूरी पारदर्शिता बनाए रखने में मदद मिल रही है.

अब तक हटाई गई गाद का विस्तृत विवरण इस प्रकार है.
1) मानसून से पहले बड़े नालों से 3 लाख 57 हजार 430 मीट्रिक टन गाद हटाने का लक्ष्य रखा गया है.
इसमें से अब तक 3 लाख 78 हजार 214 मीट्रिक टन गाद हटाई जा चुकी है.
यह 105.81 प्रतिशत है
2) मानसून से पहले छोटे नालों से 3 लाख 96 हजार 262 मीट्रिक टन गाद निकालने का लक्ष्य रखा गया है.
इसमें से अब तक 2 लाख 86 हजार 004 मीट्रिक टन गाद निकाली जा चुकी है, जो 72.18 प्रतिशत है.
यह कार्य 100 प्रतिशत पूरा होने तक जारी रहेगा.
3) मानसून से पहले मीठी नदी से 2 लाख 14 हजार 315 मीट्रिक टन गाद निकालने का लक्ष्य है.
इसमें से अब तक 1 लाख 32 हजार 545 मीट्रिक टन गाद निकाली जा चुकी है. यह 61.85 प्रतिशत है.
भले ही कठिनाइयों के कारण इस कार्य में देरी हुई है, लेकिन अतिरिक्त संसाधनों का उपयोग करके इस कार्य को पूरा किया जाएगा.

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